Positive thinking | सकारात्मक सोच।
Positive thinking | सकारात्मक सोच।
सफलतम जीवन और खुशहाल जिंदगी के लिए Positive thinking | सकारात्मक सोच। बहुत जरूरी होता है। सकारात्मक ऊर्जा हमारे आस – पास ही अदृश्य शक्ति के रूप में विद्यमान रहती है। यह वातावरण में भौतिकी और गुरुत्वाकर्षण बल के समान ही होती है।
यह ऊर्जा दो प्रकार की होती है – सकारात्मक और नकारात्मक। व्यक्ति की सोच पर उसका स्वयं का नियंत्रण होता है। जब हम नकारात्मक या सकारात्मक सोच अपने दिमाग में लाते हैं, वैसी ही एनर्जी हमारे दिमाग में प्रवेश कर जाती है।
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सकारात्मक सोच का होना बहुत आवश्यक है। सफलता आसानी से नहीं मिलती। सफलता प्राप्त करने के लिए हमें पहले असफलता को स्वीकारना होगा और असफलता को स्वीकारने के लिए आपको positive thinking की आवश्यकता होगी। धैर्य और positive thinking के साथ किसी भी कार्य को पूर्ण किया जा सकता है।
What is positive thinking | सकारात्मक सोच क्या है?
सकारात्मक सोच एक शक्ति या एक शस्त्र है जो भगवान ने हमें दिया है। Positive thinking | सकारात्मक सोच। के बल पर दुनिया का कोई भी बड़े से बड़ा काम पूरा किया जा सकता है। यह वो शक्ति है जिसके द्वारा हम हार से आगे जीत की ओर बढ़ते हैं। यह वो शक्ति है जो हमें सफलता की राह में ठोकरें लगने के बाद फिर से खड़ा होकर चलने की ताकत प्रदान करती है।
दुनिया को और यहां विद्यमान चीजों को देखने का हमारा नजरिया ही निर्धारित करता है कि हम किसी चीज को लेकर positive हैं या नेगेटिव। उदाहरण के लिए – एक गिलास जो पानी से आधा भरा है। अब बात आती है नजरिए की कि किस तरह हम उसे देखते हैं। एक तो यह है कि “गिलास आधा खाली है” जोकि बहुत बड़ी संख्या में बोला जाता है। दूसरा है, “गिलास पानी से आधा भरा है।” जिसे बहुत कम लोगों द्वारा बोला जाता है।
दोनों बातों का अर्थ एक ही है लेकिन हमारे देखने और सोचने के नजरिए पर निर्भर करता है कि हम चीजों को कैसे देखते हैं। यही हमारी positive thinking हमें किसी भी कार्य में सफलता हासिल करने में मदद करती है। इसीलिए हमें ही यह तय करना है कि हमारी सोच सकारात्मक हो या फिर नकारात्मक।
Benifits of positive thinking | सकारात्मक सोच के फायदे।
सकारात्मक सोच का, विचारों की शक्ति का और पॉजिटिव thinking का यदि महत्त्व देखना हो तो संसार की उन्नति में देखा जा सकता है। सुख सुविधा के अनगिनत साधन, सभ्यता, संस्कृति, साहित्य और वैज्ञानिक खोजों के असीमित विकास भी सकारात्मक सोच के फायदे हो सकते हैं। जिन महापुरुषों की उपलब्धियों का संसार आज लाभ उठा रहा है, वे भी बड़ी सोच और positive thinking के साथ आगे बढ़े थे।
उन्हें इस बात पर अखंड विश्वास था कि मनुष्य सोचने – विचारने की अद्भुत क्षमता के कारण ही संसार का सर्वश्रेष्ठ प्राणी है। मनुष्य की सफलता और असफलता उसके सोच – विचारों पर निर्भर करती है कि वह किस तरह की thinking रखता है।
सकारात्मक सोच के अनेकों लाभ हैं :-
Positive thinking is necessary for success in life | जीवन में सफलता के लिए सकारात्मक सोच जरूरी है।
सकारात्मक सोच का एक लाभ यह है कि व्यक्ति इसके साथ सफलता को हासिल कर सकता है। वहीं नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति जल्दी ही हार मान लेते हैं और बीच में ही काम छोड़ देते हैं, जिससे उन्हें अपनी मंजिल भी नहीं मिलती। लेकिन positive thinking वाले व्यक्ति अपना कार्य लगन से करते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होते हैं।
Positive thinking increases self confidence | सकारात्मक सोच से आत्म विश्वास बढ़ता है।
अधिकतर motivational speaker, सेमिनार और वर्कशॉप्स में यही बताते हैं कि आपको सकारात्मक ही सोचना है। सकारात्मक सोच से आपके अंदर आत्म विश्वास बढ़ता है जिससे आप किसी भी कार्य को भली – भांति पूरा कर पाते हैं। सफल व्यक्तियों और उनकी उपलब्धियों से दूसरे लोग भी प्रभावित होते हैं और उनके जैसा बनना चाहते हैं।
मनचाही सफलता और उपलब्धि हासिल करने के लिए आप में self confidence का होना जरूरी है जो कि Positive thinking | सकारात्मक सोच। से ही संभव है।
Positive thinking leads to good health | सकारात्मक सोच से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
सकारात्मक सोच का एक और महत्त्वपूर्ण लाभ यह है कि इससे आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति के अंदर बहुत सी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं पनपने लगती हैं। वहीं positive thinking वाले व्यक्ति तनाव और डिप्रेशन से दूर रहते हैं जिससे आपको अच्छी नींद आती है। जिससे आपकी mental health और physical health दोनों ही अच्छी रहती हैं।
Positive thinking reduces stress | सकारात्मक सोच से तनाव कम होता है।
सकारात्मक सोच से व्यक्ति कठिन से कठिन परिस्थितियों से लड़कर विजयी हो जाता है। वास्तव में positive thinking हमें वो आत्म विश्वास प्रदान करती है जिसके बलबूते पर आप मुश्किल घड़ी में अपना आपा नहीं खोते और तनाव से बचे रहते हैं। परीक्षा के समय में तनाव से बचने के लिए अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखें जिससे आपको परिणाम (रिजल्ट्स) भी अच्छे मिलेंगे।
Positive thinking can change your life | सकारात्मक सोच से आपकी जिंदगी बदल सकती है।
सकारात्मक सोच के बलबूते पर ही बहुत से महापुरुषों ने बड़ी – बड़ी उपलब्धि हासिल की हैं और दूसरों के जीवन को भी सफल बनाया है। बड़ी सोच और positive thinking से व्यक्ति मुश्किल परिस्थितियों का भी सामना कर लेता है और हर समस्या का समाधान निकाल लेता है।
इसके विपरीत नकारात्मक सोच और छोटी सोच वाले व्यक्ति योग्यता और प्रतिभा होने के बाद भी न तो अपने जीवन में सफल हो पाते हैं और न ही दूसरों को आगे बढ़ने देते हैं। आपकी कल्पना शक्ति और positive thinking आपके सपनों को नई उड़ान देता है।
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Positive thinking leads to better relationships | सकारात्मक सोच से संबंध बेहतर रहते हैं।
मानव जीवन में संबंधों का बहुत ही महत्त्व है। यदि आप विवाहित हैं तो पति – पत्नी के बीच संबंध बहुत मायने रखते हैं। शादी के बाद पति और पत्नी के बीच आपसी तालमेल, व्यवहार एवं संबंध ठीक नहीं हैं तो एक साथ जिंदगी काटना बहुत ही मुश्किल होता है। इसलिए सकारात्मक सोच रखें और अपनी बातें एक – दूसरे के साथ शेयर करें। इससे आपसी मतभेद दूर होंगे संबंध भी अच्छे रहेंगे।
यदि आपकी सोच सकारात्मक है तो पड़ोसियों से और रिलेटिव्स से आपके व्यवहार भी ठीक रहेंगे। जीवन का खेल आपकी सोच पर निर्भर करता है। यदि आप positive thinker हैं तो आप सफल जिंदगी जीने वाले हैं और यदि आप negative सोचते हैं तो आप असफल रहेंगे और परेशान भी।
उदाहरण के लिए – एक विद्यार्थी को परीक्षा से एक महीने पहले ये बोल दिया जाए कि वह परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाएगा। अब उसके पास दो विकल्प हैं – या तो वह यह सोच के चुप बैठ जाए कि मैं अब पास नहीं हो सकता और नेगेटिव झाड़ को बढ़ने दे। या फिर एक महीना यानी 30 दिन (720 घंटे) में अपनी पढ़ाई के लिए दृढ़ विश्वास से मेहनत करे तो उसे उत्तीर्ण होने से कोई नहीं रोक सकता। यह आप याद रखें कि negativity को सिर्फ और सिर्फ positivity ही खत्म कर सकती है। इसलिए खुद को सकारात्मक बनाएं।
Positive thinking helps to increase your immunity | सकारात्मक सोच आपकी प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने में मदद करती है।
सकारात्मक सोच से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। शोधकर्ताओं ने अपनी शोध में पाया कि हमारा मस्तिष्क हमारे शरीर पर बहुत शक्तिशाली प्रभाव डालता है। दिमाग में लंबे समय तक नकारात्मक सोच रखने से मस्तिष्क का महत्त्वपूर्ण भाग इसकी चपेट में आ जाता है और हमारी प्रतिरक्षा शक्ति कमजोर होने लगती है।
हमारा प्रतिरक्षा तंत्र भी शरीर का एक ऐसा भाग है जो कि हमारे विचारों और आशावादी दृष्टिकोण से प्रभावित होता है। इसलिए अपने शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने के लिए positive thinking को अपनाएं।
Positive thinking is necessary for a happy life | सुखी और आनंदमय जीवन के लिए सकारात्मक सोच है जरूरी।
जीवन में खुश रहने के लिए सकारात्मक सोच का होना बहुत आवश्यक है। बहुत से लोग हैं जो धनी हैं, सभी संसाधन हैं फिर भी उनकी जिंदगी में खुशी नहीं है क्योंकि सोच सकारात्मक नहीं है। जीवन में जो मिलता है उसे स्वीकार करें और ईश्वर का धन्यवाद करें।
हर एक परिस्थिति का सामना करने के लिए आपकी positive thinking आपको वो शक्ति प्रदान करती है जिससे आप उससे लड़कर जीत सकें। नकारात्मक सोच रखने वाले लोग हमेशा निराश और दुःखी रहते हैं। उन्हें अपने जीवन से हमेशा शिकायत रहती है। इसलिए यदि आप अपने जीवन में सुखी और आनंदमय जीवन जीना चाहते हैं तो खुद को और अपनी सोच को सकारात्मक रखें।
From negativity to positivity | नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर।
सकारात्मकता की शुरुआत आशा और विश्वास के साथ होती है। किसी जगह पर घोर अंधेरा है और कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। वहां पर यदि हम एक छोटा सा दीपक जला देते हैं तो उसकी लौ में इतनी शक्ति होती है कि वह उस अंधकार को मिटा देता है। इसी प्रकार आशा की एक किरण हमारी negative thinking को positive thinking में परिवर्तित कर सकती है।
नकारात्मकता को समाप्त करने के लिए आपको सकारात्मकता की आवश्यकता होती है। जब भी आपके मस्तिष्क में कोई negative thinking आए उसी समय उसे positive thinking में बदलने की कोशिश करें। Positive सोचना या नहीं सोचना ये आप पर निर्भर करता है क्योंकि हमारी सोच पर हमारा नियंत्रण होता है। यदि इस नियंत्रण को आप खो देते हैं तो नकारात्मकता के बीज विशाल पेड़ों में परिवर्तित हो जाएंगे।
No one succeeds like success | सफलता की तरह कोई भी सफल नहीं होता।
हम सभी अपनी आदतों के गुलाम हैं। आपकी आदतें और उनका प्रभाव या तो सकारात्मक है या नकारात्मक, यह आपकी रुचियों पर निर्भर करता है। आप अपने मस्तिष्क पर नकारात्मक विचारों को हावी न होने देने का फैसला कर सकते हैं। आप नकारात्मक विचारों और भावों के (जब भी वे उत्पन्न होते हैं) स्थान पर positive thinking उत्पन्न कर सकते हैं।
सकारात्मक आदतें आपके मस्तिष्क को अधिक सजग रहने, आपकी कल्पनाओं को अधिक सक्रिय रखने में मददगार साबित होती हैं। आपकी सकारात्मक सोच आपके उत्साह को बढ़ाने और इच्छाशक्ति को मजबूत करने में स्वाभाविक रूप से प्रभावित करती है।
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आप किसके साथ अपना समय बिताना चाहेंगे? आपकी यही सोच आपके सफल और असफल होने का निर्णय करती है।
- एक व्यक्ति, जोकि निराशावादी, शंकालु और उदास रहता है। और हमेशा इस बात के प्रति आश्वस्त रहता है कि आसमान में उठने वाला बादल तूफान ही लाएगा।
- और एक वह व्यक्ति, जोकि आशावादी है और आत्म विश्वास व उल्लास से पूर्ण रहता है। और हमेशा किसी भी समस्या का सामना करने, समाधान करने में सक्षम रहता है।
How to make your thinking positive | अपनी सोच को सकारात्मक कैसे बनाएं?
अपनी सोच को सकारात्मक बनाने के लिए आपको उस सकारात्मकता के बारे में सोचना होगा जिसे आप चाहते हैं। जब भी आपके दिमाग में कोई negative thinking आए तो उसी वक्त ठहरें और सोचे कि इसकी जगह मैं सकारात्मक सोच रखूंगा। थोड़ी ही देर में आपका mind उस negativity से डायवर्ट हो जाएगा। अपनी सोच को सकारात्मक बनाने के लिए कुछ और टिप्स अपना सकते हैं :-
1. Yoga and meditation | योग और ध्यान करके सकारात्मक सोच को बढ़ाया जा सकता है।
योग और ध्यान लगाने से हमारी आंतरिक शक्ति एकत्रित होती है और मन शांत होता है। योग से आपका मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों ही अच्छे होते हैं। जितनी भी हमारे अंदर negativity है वो धीरे – धीरे बाहर हो जाती है। इस तरह आप योग और ध्यान करके अपनी सोच को positive thinking में बदल सकते हैं।
2. Positive thinking can be increased by exercise | व्यायाम करके सकारात्मक सोच को बढ़ा सकते हैं।
व्यायाम करके शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है। प्रतिदिन व्यायाम करने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है और सोच भी सकारात्मक रहती है। Exercise करने से पूरे दिन शरीर स्फूर्ति एवम् ऊर्जावान रहता है। किसी भी कार्य में मन लगा रहता है जिससे कि positivity बनी रहती है।
3. Enhance positive thinking by reading books | किताबें पढ़कर सकारात्मक सोच को बढ़ाएं।
प्राचीन काल से ही हम किताबों के द्वारा इतिहास, अपने पूर्वजों एवम् वेदों और पुराणों के बारे में पढ़ते आ रहे हैं। ज्ञान को पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित करने की यह एक ऐसी विधि जिसे हम सब follow करते आ रहे हैं। इस प्रकार आप सफल लोगों की जीवनियां, motivational और self help books पढ़कर अपनी सोच को सकारात्मक बना सकते हैं।
Self motivator choice | आत्म – प्रेरक का चयन।
आप एक ऐसा आत्म प्रेरक चुने जो आपके महानतम विचारों को प्रतिबिंबित करता हो। इससे आपको हमेशा यह याद रहेगा और प्रेरणा (motivation) मिलेगी कि उनके अनुरूप काम करना है। आपका लक्ष्य एक ऐसा व्यक्ति बनना है, जो उन सिद्धांतों के अनुरूप काम करे। और एक ऐसे व्यक्ति का निर्माण करे जो अपनी कथनी और करनी में एक समान हो।
Some suggestions | कुछ सुझाव।
दूसरों के साथ ऐसा व्यवहार कीजिए, जैसा कि दूसरों से आप अपने साथ करने की अपेक्षा करते हैं। मैं स्वस्थ महसूस करता हूं, मैं खुश महसूस करता हूं, मैं श्रेष्ठ महसूस करता हूं। यह आप अभी कीजिए। जिसकी मैं कल्पना कर सकता हूं, जिस पर मैं विश्वास कर सकता हूं उसे मैं हासिल भी कर सकता हूं।
हर समस्या में उसके समाधान के बीज भी निहित होते हैं। विजय हमेशा इंचों में मिलती है मीलों में नहीं। यानी अपने लक्ष्य के प्रति हमेशा प्रयासरत रहें। आप अवश्य सफल होंगे।
अपने self motivator को दिन में कई बार जोर – जोर से दोहराएं। सोने से पहले उसे अपने मनोयोग से कई बार बोलें। उसे ऐसी जगह लिखकर रखें जहां आप दिन में बार – बार देख सकते हैं। बाथरूम में शीशे के ऊपर, अपनी गाड़ी के डैशबोर्ड पर, टेबल पर रखे कलेंडर पर, फ्रिज के दरवाजे पर और अपने वॉलेट में आदि। जितना ज्यादा इसे आप दोहराते हैं उतना ही अधिक यह आपके अवचेतन मन पर छाप छोड़ता है। यानी आपका subconscious mind इसे सच मानकर पूरा करने में लग जाता है।
दोस्तो हमारा यह लेख (Positive thinking | सकारात्मक सोच।) पढ़कर यदि आपकी सोच में या जीवन में सकारात्मक बदलाव होते हैं तो मुझे बहुत खुशी होगी। आप अपने विचार हमें कॉमेंट्स में दे सकते हैं। और हां यदि आपको ये पोस्ट अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें।
– 🙏 धन्यवाद 🙏 –
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