Let’s talk mental health | आओ मानसिक स्वास्थ्य की बात करें।
मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करना और ये मानना कि मनोविकार भी कोई चीज है। सबसे पहले हमें यह मानना होगा कि मानसिक बीमारियां होती हैं। जब तक हम ये मानते रहेंगे कि मानसिक बीमारी जैसी कोई चीज नहीं होती। तब तक हम इस विषय पर आगे नहीं बढ़ सकते। इसलिए आज इस विषय (Let’s talk mental health | आओ मानसिक स्वास्थ्य की बात करें।) पर खुल कर चर्चा करेंगे।
मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए हमें खुद को प्रणबद्ध (committed) बनाना होगा। जिस प्रकार से हम शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए अनेकों व्यायाम (exercise) और योग (Yoga) करते हैं। ठीक उसी प्रकार से मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए हमें दिमागी कसरत करते रहना बहुत जरूरी है।
अब वो कौन – कौन सी दिमागी कसरत हैं? जिनसे हम मानसिक रूप से स्वस्थ्य रह सकते हैं। उनके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे।
मानसिक स्वास्थ्य क्या है इसके लिए हमारे इस लेख (योग से मानसिक स्वास्थ्य को कैसे अच्छा बनाएं?) को पढ़ें।
जब हम मानसिक स्वास्थ्य की बात करते हैं या उसके समर्थन के बारे में सोचते हैं तो यह प्रभावित करता है। हम कितने सहज होते हैं या हमें होना चाहिए? जब हम इसके लिए बात करते हैं। कहने का मतलब यह है कि हम इसको लेकर कितने गंभीर हैं?
Mostly people don’t want to talk about this topic | ज्यादातर लोग इस विषय पर बात नहीं करना चाहते हैं।
सफल और समृद्ध जीवन के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहना बहुत जरूरी है। अधिकतर लोग इससे कतराते हैं। वो इस बारे में बातचीत करना ही नहीं चाहते क्योंकि वे इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। आज इंसान ज्यादा पैसा कमाने के लिए मल्टीटास्क करता है। जहां एक ही साथ में किए हुए काम हमें पैसा तो देते हैं लेकिन साथ ही बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी देते हैं।
इतनी सारी जिम्मेदारियां पूरी करने का तनाव इंसान के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। और लोगों का कहना भी है कि इतने सारे काम करने से तनाव आना स्वाभाविक है। फिर भी हम सब उसी भीड़ में और उसी दौड़ में दौड़े जा रहे हैं।
जब लोग दूसरों की मदद के लिए आपके पास आते हैं तो उनके प्रति आपकी प्रतिक्रिया कैसी रहती है? आपकी प्रतिक्रिया ही आपके दृष्टिकोण को आकार देती है। तो लोगों के प्रति आपकी प्रतिक्रिया सहज होनी चाहिए जिससे कि वे आपके सामने खुलकर पेश आ सकें।
लोगों को सुनें और उन पर करुणा दिखाएं। कई बार जब लोग मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत करना चाहते हैं तो उन्हें अनदेखा कर दिया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों को तब तक दूर नहीं किया जा सकता जबतक कि लोग इसे गंभीरता से न लें।
Which are the brain exercises that make you mentally healthy | कौन सी दिमागी कसरत हैं जो आपको मानसिक रूप से स्वस्थ्य बनाती हैं?
हमारा शरीर और मस्तिष्क एक दूसरे के पूरक हैं। शरीर के बिना मस्तिष्क का कोई अस्तित्व नहीं और मस्तिष्क बिना शरीर का भी कोई स्वरूप नहीं। वो कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी कि, “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है”।
हमें अपनी जिंदगी को खूबसूरत बनाने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहना होगा। सच्ची खूबसूरती सिर्फ एक पहलू से नहीं जानी जाती है। इसके लिए हमें अपने जीवन में कुछ नियमों को अपनाना होगा। और ये कोई नए नियम नहीं हैं जिन्हें उपयोग में लाना बहुत कठिन होगा।
एक Commitment या किसी को दी हुई जुबान वो पत्थर की लकीर है जो मिटाने से भी नहीं मिटती। तो यदि आप अपना जीवन शानदार बनाना चाहते हैं कमिटमेंट करें। और इन उपायों को खुद पर अमल करें।
1. Read books | किताबें पढ़ना।
कहते हैं कि किताबों से अच्छा मित्र दुनिया में और कोई नहीं है। होता क्या है! जब हम स्कूली पढ़ाई छोड़ देते हैं तो किताबों से भी नाता तोड़ लेते हैं। अरे भई स्कूल का सिलेबस ही पढ़ाई नहीं है। इनके अलावा भी बहुत सारी किताबें हैं जो आपको एक नई राह और नई सोच प्रदान करेंगी।
किताबों में जीवन के वो रहस्य हैं जो विद्वानों, लेखकों, महापुरुषों और वैज्ञानिकों ने हमें धरोहर में दिए हैं। सोचो अगर ये रहस्य (The secrets) उन महापुरुषों ने किताबों में न लिखे होते, तो क्या आज हम उन तक आसानी से पहुंच पाते।
मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए किताबों को पढ़ना शुरू करें। एक – एक पैराग्राफ और फिर एक – एक अध्याय रोजाना अपने जीवन में उतारें। आप देखेंगे कि दो से तीन महीने लगातार इसे करने से आप खुद में एक सकारात्मक परिवर्तन पाएंगे।
2. Listen to music | संगीत सुनें।
एक कहावत है कि, “संगीत एक ऐसी कला है जो कि एक मुर्दे में भी जान फूंक देती है”। और आपने देखा भी होगा लोग अपना मूड और माहौल बनाने के लिए संगीत का ही सहारा लेते हैं। यह एक उदाहरण व संकेत मात्र है सिर्फ समझने के लिए।
जब आप किसी तनाव में होते हैं या खुद को अकेला महसूस कर रहे हैं तो म्यूजिक का सहारा ले सकते हैं। ये आपको मानसिक शांति प्रदान करेगा। आप इसे सुनकर खुद को रिलैक्स करने के साथ सीख भी सकते हैं।
ऊपर एक शब्द आया था commitment जिसको हिंदी में वचनबद्ध या प्रतिबद्धता कहते हैं। बस, जहां ये चीज आ गई तो आप दुनिया को भी जीत सकते हैं।
3. Meditation | ध्यान लगाएं।
ध्यान एक ऐसी क्रिया है जो मनुष्य को स्वयं की आंतरिक शक्तियों का बोध कराती है। यह बहुत ही शक्तिशाली अवस्था है बशर्ते इंसान इससे अवगत हो जाए। मन के अंदर चल रहे द्वंद्व, हलचल और घबराहट से निजात पाने के लिए ध्यान को अपनाएं।
जब आप इसे खुद पर अमल करेंगे तो खुद ही इसकी विशेषताओं को जान जायेंगे। इसको समझें और धीरे धीरे अमल में लाएं। यह आपके अंदर छुपी एकाग्रता को उजागर करती है जिससे आप किसी भी कार्य को अच्छे से पूरा कर सकेंगे। इससे आपको मानसिक रूप से स्वस्थ्य बनने में मदद मिलेगी।
ध्यान के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमारे अन्य आर्टिकल (ध्यान कैसे करें।) को पढ़ें
4. Talk to people | लोगों से बात करें।
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और वह अकेला नहीं रह सकता। समाज में रहकर एक दूसरे की मदद करना और दूसरों से मदद पाना मानवीय स्वभाव है।
कुछ विरले ही होते हैं जो अकेलेपन को अपना सारथी बनाकर जिंदगी में कुछ कर गुजर जाते हैं। अन्यथा अकेलापन अधिकतर लोगों को तोड़ देता है। इसलिए हम सब समाज में रहकर अपनी जिंदगी की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
तो खुद को अकेलेपन के शिकार से बचने के लिए लोगों से बात करते रहें। आप कहीं भी जाते हैं तो लोगों का उमाड़ रहता है। इन नए लोगों से बात करने की कोशिश करते रहें जिससे आपके अंदर एक नई स्किल का डेवलपमेंट होगा। यह आपको सामाजिक व्यवहार बनाने में मददगार होगा।
5. Try something new | कुछ नया करने की कोशिश करें।
यदि आप कुछ नया करने की कोशिश करते हैं तो आपके अंदर एक क्रिएटिविटी जागती है। अगर आप ऐसा करने का सोचते भी हैं तब भी आप उस क्षण अकेलेपन या दर्द को भुला देते हैं।
जहां आप एक नया कदम उठाते हैं तो आप उस राह पर निकल चुके हैं जिसे आपने चुना है। इस बात का ध्यान रखें कि जिस रास्ते को आप चुन रहें हैं वह आपके और दूसरों की भलाई के लिए हो। आप के पास हमेशा ही खुशी और समृद्धि बनी रहेगी।
याद रहे कुछ नया करने में कठिनाइयों का सामना तो करना पड़ता है। क्योंकि खाना खाने के लिए भी तो मुंह को खोलना पड़ता है। और पानी पीने के लिए हाथ से गिलास को उठाना पड़ता है। इसी को तो संघर्ष कहते हैं और संघर्ष का दूसरा नाम ही है जीवन।
दोस्तो उम्मीद करता हूं कि इस विषय (Let’s talk mental health | आओ मानसिक स्वास्थ्य की बात करें।) पर दी हुई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। और अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें।
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