How to study with concentration | एकाग्रता से अध्ययन कैसे करें
How to study with concentration | एकाग्रता से अध्ययन कैसे करें
स्कूल की पढ़ाई हो या फिर competition की तैयारी हो! बात आती है कि How to study with concentration | एकाग्रता से अध्ययन कैसे करें परीक्षा का समय आते ही स्टूडेंट्स को चिंता होने लगती है कि कैसे study करें जिससे अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।
कॉम्पटीशन में सफलता के लिए या फिर अच्छे अंको के साथ उत्तीर्ण होने के लिए आपको एकाग्र मन (concentration) से पढ़ाई करनी होगी। सबसे पहले हम एकाग्रता (concentration) के बारे में जानेंगे।
What is concentration | एकाग्रता क्या है?
Concentration आपकी वह योग्यता है जिसके द्वारा आप किसी एक समय पर एक चीज पर ध्यान देते हैं, पढ़ते हैं अथवा याद करते हैं। आपके मन अथवा दिमाग में असीम शक्ति है लेकिन यह सभी दिशाओं में विलुप्त हो जाती है।
आपका मस्तिष्क किसी एक विषय पर गहराई से विचार करने या केंद्रित होने के बजाय, एक ही समय पर अलग – अलग चीजों के बारे में सोचता है। इसलिए औसतन मस्तिष्क अपनी शक्ति का पूर्ण उपयोग नहीं कर पाते हैं। इन शक्तियों को केंद्रित करना ही concentration कहलाता है।
“यदि मेरा दुबारा जन्म होता है तो मैं सभी पुस्तकों को अलग रखकर केवल एकाग्रता की शक्ति विकसित करूंगा। जैसे ही मुझमें एकाग्रता की शक्ति आ जाएगी, मै उन सभी पुस्तकों को पढ़ डालूंगा जिन्हें मैं पढ़ना चाहता हूं।”
– स्वामी विवेकानंद
Concentration: A state of mind | एकाग्रता: एक मन:स्थिति।
एकाग्रता मन की स्थिति है और मन एक निर्झर की तरह है। एक निर्झर में तरंग – जनित विक्षोभ या सतह पर प्रदूषण होने के कारण जल के अंदर गहराई में देखना कठिन होता है। लेकिन सतह जब शांत और स्वच्छ होती है तो धरातल की सुंदरता को आसानी से देखा जा सकता है।
सामान्य मन: स्थिति में विचार और धारणाएं आती हैं जो बिल्कुल बिखरी हुई होती हैं। यदि हम इन्हें संगठित या केंद्रित करें तो ये एक चमकीले प्रकाशपुंज की तरह कार्य करती हैं। जिसकी सहायता से किसी कार्य विशेष को बेहतर परिणाम दिया जा सकता है।
Exemplary examples of concentratipon | एकाग्रता के अनुकरणीय उदाहरण।
महाभारत में एकाग्रता के सम्बन्ध में एक रोचक कथा है। गुरु द्रोणाचार्य पांडवों और कौरवों को धनुर्विद्या की शिक्षा देते थे। जब सभी शिष्य धनुर्विद्या में निपुण हो गए तो गुरु द्रोण ने उनकी परीक्षा लेने का निर्णय लिया। उन्होंने सभी शिष्यों को पेड़ पर रखी लकड़ी की चिड़िया की आंख में निशाना साधने को कहा। और बिना आज्ञा के बाण चलाने के लिए मना किया।
जब सभी ने अपने धनुष पर बाण चढ़ा लिए तब गुरु ने सभी से एक प्रश्न पूछा। आप लोगों को क्या दिखाई दे रहा है? इस पर सभी ने विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी। किसी ने कहा कि मुझे पेड़, चिड़िया और आप सब दिखाई दे रहे हैं। तो किसी ने कहा मुझे पेड़, चिड़िया और आसमान दिखाई दे रहा है। ये सब सुनकर गुरु द्रोण ने बाण चलाने के लिए मना कर दिया।
जैसे ही अर्जुन की बारी आई तो गुरु ने उनसे भी वही प्रश्न पूछा। अर्जुन तुम्हें क्या दिखाई दे रहा है? अर्जुन ने तुरंत उत्तर दिया कि मैं चिड़िया की आंख के सिवाय कुछ भी नहीं देख रहा हूं। गुरु द्रोण ने प्रसन्न होकर अर्जुन को बाण चलाने को कहा। अर्जुन ने गुरु की आज्ञा का पालन किया और बाण अपने निशाने पर चलाया। अगले ही क्षण चिड़िया जमीन पर पड़ी हुई थी जिसकी आंख में तीर लगा हुआ था।
एकाग्रता की इसी शक्ति के द्वारा अर्जुन ने अपने लक्ष्य के अलावा और कुछ भी नहीं देखा। अर्जुन ने चिड़िया की आंख में निशाना लगाया। इसलिए गुरु द्रोण ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर घोषित किया।
अन्य उदाहरण –
सूर्य के तीक्ष्ण प्रकाश में रखा हुआ कागज का टुकड़ा वहां वर्षों तक पड़ा रह सकता है। लेकिन जब आप सूर्य की किरणों को एक आवर्धक लेंस के द्वारा एकत्रित करते हैं। और कागज को लेंस के फोकस पर लगाते हैं तो वह जलने लगता है।
वास्तव में यह सूर्य की किरणों की छुपी हुई असाधारण शक्ति है। जोकि किरणों के केंद्रित होने पर प्रकट होती है। इसी प्रकार जब आपका मन एकाग्र हो जाता है। तब आपकी अनेकों छुपी हुई अतःशक्तियां जागृत हो जाती हैं।
Types of concentration | एकाग्रता के प्रकार।
एकाग्रता मूलतः एक मानसिक गुण है। आपके मस्तिष्क में सूचनाओं के प्रवाह से अनेकों क्रियाएं संपन्न होती हैं। Concentration तीन प्रकार की होती है।
- अभिग्रहनात्मक
- प्रसंस्करनात्मक
- उत्पादनकारी
एकाग्रता के साथ अध्ययन करने के 13 नियम
1. ध्यान लगाएं :-
किसी भी वस्तु पर ध्यान लगाने से आपकी एकाग्रता बढ़ती है। ध्यान लगाने के लिए आप जमीन पर कमर सीधा करके बैठ जाएं। किसी प्रकाशमय वस्तु पर अपने मन में ही ध्यान लगाने का अभ्यास करें। ऐसा प्रतिदिन करने से आपकी concentration power में वृद्धि होगी।
2. प्रतिदिन व्यायाम करें :-
प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर टहलें या हल्के व्यायाम करें। ऐसा करने से आपको पॉजिटिव एनर्जी मिलेगी। आपके दिनभर के कार्य के लिए ये बहुत आवश्यक है। Positive energy आपके concentration को बढ़ा सकती है।
3. पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं :-
अच्छे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आपको भरपूर पोषण की आवश्यकता होती है। ताजे फल एवं शाकाहार आपको भरपूर पोषण व positive energy प्रदान करते हैं। यह पॉजिटिव एनर्जी आपको concentration में मदद करेगी।
4. आदर्श नींद लें :-
आदर्श नींद आपके मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। आपको 6-8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। नींद के समय ही आपका मस्तिष्क आराम करता है। यदि उसे आराम नहीं मिलेगा तो आपका मन चिड़चिड़ा हो जाएगा। आपका किसी भी कार्य करने में मन नहीं लगेगा। इसलिए आपको अच्छी concentration के लिए कम से कम 6 घंटे सोना आवश्यक है।
5. प्रत्येक 30 मिनट में ब्रेक लें :-
Study के समय प्रत्येक 30 मिनट बाद 2 या 3 मिनट का ब्रेक लें। लगातार study करने से आप बोर हो जाते हैं। आपको कुछ समझ नहीं आता है। अच्छे तरह से concentration के लिए प्रत्येक 30 मिनट बाद खड़े होकर थोड़ा टहलें। ऐसा करने से आपका mind refresh हो जाएगा। और आप एकाग्रता से study कर पाएंगे।
6. Take responsibility | जिम्मेदारियां लेना सीखें:-
घर के छोटे – छोटे कामों की जिम्मेदारियां लेना सीखें। उन्हें पूरा करने से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। आपको अपने जीवन में बहुत सी जिम्मेदारियां लेेनी पड़ेगी। इसलिए आप जिम्मेदारी लेना सीखें और उन्हें पूरा करें। ये आपके concentration level को बढ़ाएगा।
7. Avoid social media | सोशल मीडिया से बचें
अधिकतर युवा अपनी जिंदगी का मूल्यवान समय सोशल मीडिया पर व्यतीत करते हैं। जब भी आप study के लिए बैठते हैं। उस समय सोशल मीडिया जैसे – FB, twitter और whatsapp इत्यादि से दूर रहे। अपने कैरियर पर ध्यान दें और एकाग्र मन से पढ़ाई करें। आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
8. Study प्लान बनाएं :-
पढ़ाई में अच्छा रिजल्ट पाने के लिए आप study plan तैयार करें। कौन सा सब्जेक्ट/बुक शाम को पढ़ना है और कौन सा सुबह। ये सब आपको प्लान के मुताबिक करना है। रात को सोने का और सुबह उठने का समय निर्धारित करें। इस प्रकार आप स्ट्रेस free study कर पाएंगे।
9. सही स्थान का चयन करें :-
आपको Study करने के लिए शांत वातावरण की आवश्यकता होती है। इसलिए आप अपने study room को व्यवस्थित रखें। वहां पर आपको distract करने वाली वस्तुएं नहीं होनी चाहिए। इेक्ट्रॉनिक्स items वहां ना रखें। आप अपने study room में किताबें रखें। जिससे कि आप अच्छे से concentration रख पाएंगे।
10. एक गिलास पानी पिएं :-
एक ही चीज पर लगातार फोकस करने से आपका मस्तिष्क stress feel करता है। इसका कारण chronic dehydration होता है। इसलिए जब भी आप पढ़ाई से ब्रेक लें, एक गिलास पानी अवश्य पिएं। इससे आप hydrate रहेंगे। और concentrate होकर अपनी स्टडी कर पाएंगे।
11. स्वयं से सवाल करें :-
यदि लगातार पढ़ाई करने से आप बोर हो जाते हैं। और कुछ समझ नहीं आता है। ऐसे में आप स्वयं से सवाल करें कि क्या मैं इतनी आसानी से हार मान सकता हूं? क्या मेरी कमिटमेंट इतनी कमजोर है? ऐसा करने से आपके अंदर motivation पैदा होगी। जो आपका गोल अचीव करने में मदद करेगी।
12. अपने गोल को visualize करें :-
आपने जो भी goal setting किया है, उसके प्रति उत्तेजित रहें। अपने goal को पूरा होता हुआ feel करें। उस खुशी को feel करें जो आपको अपना गोल अचीव करने पर मिलेगी। अपने गोल को visualize करें। ऐसा करने से आप अपने गोल के लिए motivated रहेंगे। आप जो भी करेंगे Concentration के साथ करेंगे।
13. मोटिवेटेड पोस्टर लगाएं :-
आप जहां रहते हैं और स्टडी करते हैं उस जगह पर motivated पोस्टर लगाएं। टेबल के ऊपर, फ्रिज के ऊपर, दीवार के ऊपर और बेडरूम में हर जगह। अच्छी एवम् सेल्फ motivational books को स्टडी रूम में रखें और पढ़ें। बार – बार motivational posters को देखें। ऐसा करने से आपके अंदर एक पॉजिटिव एनर्जी आयेगी। जिससे आप अपने goal के प्रति concentration रख पाएंगे।
Advantage of concentration :-
मनुष्य में एकाग्रता एक सहज गुण है। यदि आप इस शक्ति को विकसित नहीं करते हैं। तो अपनी मानसिक और शारीरिक योग्यता का पूर्ण उपयोग करने के योग्य नहीं हो सकते। “एकाग्रता की इस शक्ति का सबसे महत्वपूर्ण गुण यह है कि इसे सुव्यवस्थित कार्यक्रमों के द्वारा और अधिक बढ़ाया जा सकता है।” इसके निम्नलिखित लाभ होते हैं –
Concentration increases knowledge | एकाग्रता ज्ञान बढ़ाती है :-
एकाग्रता एक ऐसी विधि है जिसके द्वारा कोई भी व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर सकता है। “एकाग्रता ज्ञानेंद्रियों के माध्यम से सूचनाओं के सफल प्रवाह, बेहतर प्रसंस्करण और प्रभावी सृजनात्मक उत्पादन को सुनिश्चित करती है।”
इस प्रक्रम से आपके व्यवहार में इच्छित परिवर्तन होते हैं। बिना एकाग्रता के आप कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकते हैं। “एकाग्रता में वह शक्ति है जो प्रकृति के रहस्यों के दरवाजे खोल देती है। इस प्रकार आप ज्ञान के असीमित भंडार से ओत – प्रोत हो जाते हैं।”
Concentration increases efficiency |एकाग्रता दक्षता बढ़ाती है :-
आप एक ही साथ एक से अधिक कार्यों को अच्छे ढंग से नहीं कर सकते। जल्दी भी नहीं कर सकते। लेकिन यदि आप किसी एक कार्य पर concentration करते हैं। तो उसे पूर्णतः अच्छी तरह से ही नहीं, बल्कि शीघ्रता से भी कर सकते हैं। इस प्रकार एकाग्रता किसी भी क्रियाशील की गुणवत्ता और मात्रा दोनों को बढ़ा देती है।
Concentration improves performance |एकाग्रता कार्य – निष्पादन को बेहतर बनाती है। :-
आप जो भी काम करते हैं उसमे concentration की आवश्यकता होती है। जितनी अधिक एकाग्रता होगी उतना अच्छा परिणाम मिलेगा। जीवन के हर क्षेत्र जैसे – कला, विज्ञान, गणित, संगीत, कृषि, पूजा – अर्चना एवम् खेल – कूद आदि में। यदि आप उस क्षेत्र के उत्कृष्ट उपलब्धि वाले व्यक्तियों के गुणों का विश्लेषण करेंगे तो सबमें एक चीज समान रूप से पाएंगे। और वो है उच्चतम श्रेणी की एकाग्रता शक्ति। आप में जितनी अधिक concentration होगी, उतनी ही अधिक आपकी उपलब्धि होगी।
Concentration necessary for better memory | बेहतर स्मृति के लिए एकाग्रता आवश्यक। :-
एकाग्रता से स्मृति भंडार में संचित जानकारियों का उत्तम संचार होता है। जिससे अभिव्यक्ति – कौशल भी उत्कृष्ट हो जाता है। एकाग्रता के द्वारा कम से कम समय में अधिक से अधिक जानकारी बेहतर तरीके से अर्जित की का सकती है। इससे यादाश्त (स्मृति) बेहतर रहती है।
Concentration increases the speed of learning | एकाग्रता से सीखने की गति बढ़ती है।:-
मनुष्यों और जानवरों के सीखने में एक मुख्य अंतर होता है। वो यह है कि मनुष्य में concentration power अधिक होती है। इस कारण वो जल्दी सीखने की गति को पकड़ लेते हैं। वहीं दूसरी ओर जानवरों में एकाग्रता शक्ति कम होती है।
इस कारण उन्हें जो भी सिखाया जाता है। उसे वे याद नहीं रख पाते या शीघ्र भूलने लगते हैं। यदि आप एक उच्च एकाग्रता शक्ति वाले व्यक्ति को शिक्षित करना चाहते हैं।तो वह आसानी और तेज गति से सीखने लगता है।
Tips to increase concentration power | एकाग्रता को बढ़ाने के तरीके।
“बिखरा हुआ मन अकेले धागे के समान है। इसे आसानी से तोड़ा जा सकता है। जबकि एकाग्र मन कई धागों को ऐंठकर बनाए गए एक डोरे के समान है जिसे तोड़ना कठिन है।”
– स्वामी परमानंद
निरंतर अभ्यास करके अपनी concentration power को बढ़ाया जा सकता है। एकाग्रता को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित उपाय हैं। जिन्हें अमल में लाकर आप अपनी एकाग्रता को बढ़ा सकते हैं।
मौन रहने की कला सीखें:-
Concentration power बढ़ाने के लिए मौन रहना एक महत्वपूर्ण कदम है। मौनावस्था में ही किसी व्यक्ति को अपने आंतरिक परिवेश की जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलता है। मौन के समय ही किसी व्यक्ति को अपने भावों के बारे में जानकारी मिलती है। अतः मौन के उचित उपयोग द्वारा आप अपनी ज्ञानेंद्रियों और भावात्मक नियंत्रण की सहायता से आंतरिक परिवेश की शुद्धि कर सकते हैं
एक जगह पर नजर जमाना :-
इस विधि में कुर्सी पर बैठकर अपने हाथ को सामने की ओर कंधे तक उठाएं। फिर अपने हाथ की उंगली पर फोकस करें। इसी प्रकार दूसरे हाथ के साथ भी यही क्रिया दोहराएं। इस exercise को प्रतिदिन 15 – 20 मिनट करके concentration level को बढ़ा सकते हैं।
फोकस on yourself :-
इस विधि में आप बिल्कुल सहज होकर लेट जाएं। अब धीरे – धीरे अपनी सांसों पर फोकस करें और कुछ देर तक ऐसा करते रहें। अब अपने हृदय की गति पर फोकस करें। फिर अपनी सांसों को धीमा होता हुआ महसूस करें। ये एक्सरसाइज प्रतिदिन करने से आपको concentration power बढ़ाने में मदद मिलेगी।
Meditation | ध्यान क्रिया:-
एकाग्रता को बढ़ाने के लिए मेडिटेशन को एक उत्तम तकनीक के तौर पर प्राचीन काल से ही प्रयोग में लाया जाता है। इस विधि में सहजता से बैठकर अपनी आंखों को बंद करें। उसके बाद अपने आंतरिक मन से किसी भी वस्तु विशेष पर ध्यान केंद्रित करें। यह विधि प्रतिदिन करने से आपके concentration power को बढ़ाने में सहायता करेगी।
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