How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
ध्यान (meditation) का मतलब एक ऐसी क्रिया से है जिसे करने से आप शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से स्वस्थ्य रहेंगे। बहुत से लोग ध्यान को योग समझते हैं जबकि दोनों में अंतर है। योग एक शारीरिक व्यायाम है तो ध्यान मानसिक व्यायाम। भारत में मंत्र ध्यान का अभ्यास हजारों सालों से किया जाता रहा है। प्राचीन काल से ही लोग ये जानते थे कि meditation से तनाव कम होता है और मन शांत रहता है।
कैसे हम ध्यान या meditation करें? इसको करने के कुछ आसान टिप्स हम आपको आगे बताने वाले हैं। Meditation के क्या – क्या फायदे हैं और ये क्यों जरूरी है इस भागदौड़ भरी जिंदगी में आपके लिए। ध्यान क्रिया कोई नई नहीं है, इसे तो प्राचीन काल से ही लोगों ने अपनाया हुआ है।
ध्यान करने के लिए आप आराम से और चुपचाप आंखें बंद करके बैठें। और अनायास चुपचाप ही एक छोटे से शब्द या वाक्यांश को दोहराएं, जिसे मंत्र कहते हैं। धीरे – धीरे अपने मंत्र को दोहराएं। ध्यान के वक्त आपके मन में विचारों का आना स्वाभाविक है, विचारों को आने दें।
Introduction | परिचय।
1970 के दशक में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने भारत से ध्यान के एक रूप का अध्ययन शुरू किया। ध्यान के अभ्यास के दौरान शरीर के पास विश्राम प्रतिक्रिया होती है जिससे शरीर को गहरी नींद मिलती है। नियमित meditation के अभ्यास से शरीर तनाव से मुक्त होता है। हर साल 15 मई को विश्व मेडिटेशन दिवस (world meditation day) के रूप में मनाया जाता है।
इंसान रोज की व्यस्त जिंदगी में थोड़ी देर के लिए ही सही, अपने मन को शांत करना चाहता है। यदि आप तनाव में हैं तो meditation का सहारा लें। यह आपके अंतर्मन को शांति प्रदान करता है। अगर आपका मन शांत रहेगा तो अधिकतर परेशानियां अपने आप ही दूर हो जाएंगी। इसी वजह से आज पूरी दुनिया अपने शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग और mental health के लिए meditation का सहारा ले रहे हैं।
हमारे शरीर में अंतरात्मा विद्यमान रहती है जो कि ईश्वर का एक अंश है। जब भी इंसान कोई गलत काम करना चाहता है तो अंदर से आवाज आती है कि ये गलत है, इसे मत करो। और जैसे – जैसे हमारा संपर्क अपने अंतर्मन या अंतरात्मा से टूटना शुरू हो जाता है, बस उसी क्षण हम गलत दिशा में आगे बढ़ने लगते हैं। अपने अंतर्मन से संपर्क और इस पर नियंत्रण रखने के लिए ध्यान क्रिया (meditation) ही एक उपाय है।
What is meditation | ध्यान क्या है?
Meditation का अर्थ होता है एकाग्रता के साथ ध्यान लगाना। जिसका उद्देश्य आत्मिक शांति प्रदान करना है। ध्यान एक प्रकार की क्रिया है जिसमें व्यक्ति अपने मन को चेतन (conscious) की विशेष अवस्था में लाने का प्रयत्न करता है । इसमें अपने मन को शांति देने से लेकर आंतरिक ऊर्जा का निर्माण करना हो सकता है, जो हमारे जीवन में सकारात्मकता और खुशहाली लाती है।
मेडिटेशन पोज में रहते हुए अपनी श्वास को सुन पाना सही ध्यान है। इस मुद्रा में व्यक्ति को किसी अन्य चीज का अनुभव नहीं होता है। ध्यान का उद्देश्य किसी प्रकार का लाभ प्राप्त करना हो सकता है या meditation अपने आप में ही एक लक्ष्य हो सकता है। ध्यान से अनेकों प्रकार की क्रियाओं का बोध होता है। मेडिटेशन आपके अंतर्मन को शांति और जीवन शक्ति का निर्माण तथा करुणा, प्रेम, धैर्य, उदारता, क्षमा आदि के विकास की सरल तकनीक है।
अलग – अलग संदर्भों में ध्यान के अलग – अलग अर्थ हैं। ध्यान का प्रयोग विभिन्न धार्मिक क्रियाओं के रूप में अनादि काल से किया जाता रहा है। महर्षि पतंजलि के योगसूत्र में ध्यान भी एक सोपान है। चित्त को एकाग्र करके किसी एक वस्तु पर केंद्रित कर देना ध्यान कहलाता है।
ध्यानावस्था में बैठकर जैसे ही आप ध्यान लगाने की कोशिश करते हैं तो मन में अनेकों विचारों का शैलाब उमड़ता है। इन विचारों को रोकें नहीं, इन्हें आने दें। आप ध्यान लगाते रहें, आपका मन अपने आप एकदम शांत हो जायेगा। मन की इसी अवस्था को ध्यान कहते हैं।
प्राचीन काल में ऋषि मुनि भगवान को ध्यान करते थे। ध्यान की अवस्था में ध्यान करने वाला अपने आस पास के वातावरण और स्वयं को भी भूल जाता है। meditation करने से आत्मिक और मानसिक शक्तियों का विकास होता है।
How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
Meditation and thoughts | ध्यान और विचार।
जब आप ध्यान लगा रहे होते हैं तो उस दौरान आप ये अनुभव करेंगे कि आपका मन स्वयं की अंतरतम गहराई में पहुंच जाता है। और उसी समय कुछ ऐसा होता है कि उस गहराई से कुछ बाहर आने की कोशिश करता है। चिर काल से आपके मन में पड़ी कोई गहरी छाप और अनेकों विचार बाहर आने लगते हैं।
समय के साथ – साथ यदि आप इस क्रिया को बार – बार दोहराते हैं तो आप पाएंगे कि आपका पूरा स्वभाव ही बदल गया है। आप उस समय ध्यान की अवस्था में पहुंचते हैं जब आपके मन में उठ रहे thoughts समाप्त हो जाते हैं।
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Rise above your thoughts through meditation | ध्यान के द्वारा अपने विचारों से ऊपर उठें।
अतीत के घटनाक्रमों या क्रोध और भविष्य की योजनाओं से परे हो पाने की क्षमता ध्यान से प्राप्त होती है। ध्यान के माध्यम से हम इस क्षण को स्वीकार करते हुए उसकी पूर्णता की गहराई में चले जाते हैं। कुछ दिनों के लिए निरंतर ध्यान के अभ्यास से आप अपने जीवन की गुणवत्ता में असीम परिवर्तन ला सकते हैं।
इसमें मिलने वाला विश्राम इतना गहन होता है कि आपको किसी गहरी नींद के उपरांत भी प्राप्त नहीं हो पाएगा। क्योंकि ध्यान में आप अपने thoughts और सारी इच्छाओं से परे हो जाते हैं। यह आपके मस्तिष्क में शीतलता ले आता है जो आपके सम्पूर्ण शरीर और मन तंत्र की मरम्मत करने के समान है।
How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
How to meditate in Hindi | ध्यान कैसे करें?
कैसे करें मेडिटेशन या ध्यानकरण, या इसको करने के तरीके क्या हैं? आज हम उन लोगों के लिए जरूरी टिप्स बताने जा रहे हैं जो अपनी दिनचर्या में ध्यान क्रिया को शामिल करना चाहते हैं। ध्यान करने का फायदा आपको तभी मिलेगा जब आप इसे लगातार और सही तरीके से करते हैं। आगे दिए गए टिप्स को पढ़कर आप अपने घर पर भी meditation कर सकते हैं।
यदि आप कोई विशेष ध्यान क्रिया करना चाहते हैं तो किसी अनुभवी ट्रेनर की सलाह ले सकते हैं। क्या आपको पता है कि अपना थोड़ा सा समय ध्यान करने में लगाने से आप ध्यान के अनुभवी बन सकते हैं और शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। ये सुझाव खासकर उनके लिए हैं जो ध्यान करना सीखना चाहते हैं।
How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
11 tips to get started with meditation | ध्यान करने के लिए 11 शुरुआती सरल सुझाव।
1:- Choose a quiet place | शांत जगह चुनें।
शांत जगह और शांतिपूर्ण वातावरण ध्यान लगाने के लिए सबसे अच्छी जगह है, क्योंकि यहां पर आपको कोई परेशान नहीं करेगा। शांतिपूर्ण वातावरण ध्यान के अनुभव को और अधिक आनंदित बना देता है।
2:- Choose convenient time | सुविधाजनक समय चुनें।
एक अच्छी और शांत जगह के साथ – साथ आपका समय भी सुविधाजनक होना चाहिए। आप उस समय जल्दी या हड़बड़ाहट में न हों। ध्यान वास्तव में विश्राम का समय है इसलिए इसे अपनी सुविधानुसार करें। सूर्योदय और सूर्यास्त meditation के लिए सबसे अच्छा समय है।
3:- Sit comfortably | आराम से बैठें।
कमर को सीधा करके, चौकड़ी (पाल्थी) मारकर बैठना मेडिटेशन के लिए सबसे अच्छा पोस्चर है। इस मुद्रा में अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें एवम् कंधे और गर्दन को आराम दें। पूरी प्रक्रिया में आंखों को बंद रखें। इससे आपकी श्वसन प्रणाली और एकाग्रता विकसित होती है।
4:- Clean and loose fitting clothing | स्वच्छ और ढीले ढाले कपड़े पहनें।
कपड़े यदि पुराने हैं लेकिन साफ – सुथरे हैं तो खुद को अच्छा feel होता है। इसी प्रकार ध्यान करते समय साफ – सुथरे व ढीले कपड़े पहनें। बहुत ज्यादा महंगे कपड़े, जीन्स और बॉडी में टाइट फिटिंग कपड़े पहनने की आवश्यकता नहीं है । इनसे आपको सांस लेने में दिक्कत होगी और आपको उठने – बैठने में भी परेशानी होगी।
5:- Maintain a gentle smile on your face | अपने चेहरे पर सौम्य मुस्कान बनाए रखें।
अपने चेहरे पर सौम्य मुस्कान लाने से आप खुद में एक अंदरुनी खुशी महसूस करेंगे। आपके चेहरे की मुस्कान आपके चारों ओर एक पॉज़िटिव आभामंडल को निर्मित करता है। लोग आपसे प्रभावित और आकर्षित होंगे जब वे आपकी सकारात्मकता को देखेंगे। ये आपके meditation के अनुभव को और ज्यादा विकसित करेगा।
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6:- Keep the stomach empty | पेट को खाली रखें।
सुबह नाश्ता करने से पहले या फिर शाम को खाना खाने से पहले का समय ध्यान करने के लिए सबसे अच्छा है। यदि आप खाना खाने के बाद ध्यान लगाते हैं तो आपको नींद आ सकती है। जब आपको बहुत ज्यादा भूख लगी हो तो भी meditation के लिए ज्यादा प्रयास न करें। ऐसे में आप पूरे टाइम खाने के बारे में ही सोचते रहेंगे। यदि आपने खाना खाया हुआ है तो उसके दो घंटे बाद ध्यान लगाएं।
7:- Start with a warm-up or yoga | वॉर्मअप या योग से शुरुआत करें।
हल्का वॉर्मअप या योग करने के बाद ही ध्यान लगाएं। ऐसा करने से आपके रक्त संचरण (blood circulation) में सुधार होता है और शरीर हल्का महसूस करता है। वॉर्मअप करने से शरीर की जड़ता और बेचैनी दूर होती है जिससे आप अधिक समय तक ध्यान क्रिया में बैठ सकते हैं।
8:- Keep your eyes closed while meditating | ध्यान करते वक्त अपनी आंखों को बंद रखें।
खुली आंखों से ध्यान लगाना मुश्किल होता है। क्योंकि ऐसे में आपको जो भी दिखाई देगा, वैसे ही आपका मन उन चीजों के पीछे भागता रहेगा। इस प्रकार आपको ध्यान लगाने में कठिनाई होगी। इसलिए सम्पूर्ण ध्यान प्रक्रिया के दौरान अपनी आंखों को बंद रखें। इससे आपकी concentration power increase होती है।
9:- Focus on your breaths | अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
जैसे ही आप ध्यान स्थिति में बैठ जाते हैं और ध्यान लगाना शुरू करते हैं। आपके मन में अनेकों प्रकार के अनेकों विचार आते हैं और जाते हैं। इन thoughts पर ध्यान न दें। आपको तो अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करना है। अपनी आती – जाती सांसों को गिनें। उनकी गति न बढ़ाएं, उन्हें प्राकृतिक रूप से ही चलने दें। अपनी गहरी सांसों पर फोकस करें और धीरे – धीरे अपने इस अभ्यास को बढ़ाएं।
10:- Repeat your meditation | अपनी ध्यान क्रिया को दोहरायें।
जब भी आप मेडिटेशन करते हो और किसी अवस्था का चयन करते हो। तो शुरुआत में हो सकता है ये आपसे ठीक से न हो, लेकिन जब इस क्रिया को आप बार – बार करेंगे तो इसमें सुधार होने लगेगा।
10 या पंद्रह मिनट से ध्यान की शुरुआत करें। शुरुआती दिनों में ज्यादा देर तक, जैसे आधा घंटा और एक घंटा के लिए meditation करना मुश्किल होगा। जैसे – जैसे आप इस क्रिया को दोहराएंगे तो आपको इसका अनुभव बढ़ने लगेगा और साथ ही साथ ध्यान क्रिया की अवधि भी।
11:- Open the eyes slowly | अपनी आंखों को धीरे से खोलें।
याद रखें, ध्यान क्रिया खत्म होने के बाद अपनी आंखों को एकदम से न खोलें। धीरे धीरे अपनी आंखों को खोलें और उन्हें बाहरी दुनिया को निहारने दें। अपने प्रति और वातावरण के प्रति सजग होने के लिए समय लें। अब आराम से उठें और खड़े हों एवम् नई ताजगी व स्फूर्ति का अनुभव करें।
Benifits of meditation | ध्यान के लाभ।
जिस प्रकार ध्यान विशेष है उसी प्रकार इसके लाभ भी विशेष हैं। ध्यान अपने आप में एक विश्राम पाने की प्रक्रिया है। Meditation करने से आप अपना कार्य पूरी लगन और एकाग्रता से पूरा कर सकते हैं। ध्यान के फायदों को हम इस प्रकार वर्गीकृत कर सकते हैं-
How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
Meditation improves your mental health | ध्यान से आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होता है ।
ध्यान से आपके मस्तिष्क की concentration power बेहतर होती है जिससे हर बात को अच्छे से सुनने – समझने और हर काम को अच्छे से करने की आदत बन जाती है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग मानसिक रूप से बीमार हैं। हमारा मन एकाग्र होना तो दूर, वह संतुष्ट भी नहीं हो पता है। Meditation से स्मरण शक्ति बढ़ती है जिससे आप किसी भी बात को लंबे समय तक याद रख सकते हैं। ध्यान करने से सभी प्रकार के माइग्रेन को खत्म किया जा सकता है। मेडिटेशन से आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
विचार शुद्ध होने से किसी भी प्रकार के मानसिक रोग होने की संभावना कम हो जाती है। मानसिक शक्ति के विकसित होने से दूसरे लोगों को आकर्षित और प्रभावित किया जा सकता है। हिप्नोटिज्म पूरी तरह से meditation द्वारा विकसित मनशक्ति पर निर्भर करता है। लेकिन इन शक्तियों का दोहन सिर्फ सद्विचारों के निर्माण और कुविचारों के उन्मूलन के लिए होना चाहिए।
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Reduce stress | तनाव को कम करे।
आजकल की आपाधापी में और बढ़ते workload से हर इंसान stress का शिकार है। ध्यान एक ऐसी क्रिया है जो आपको हर तरह के stress से दूर रखता है। इसको करने से आपका मन एकदम शांत हो जाता है।
हाल ही में जर्नल हेल्थ साइकोलॉजी में हुए शोध के अनुसार ध्यान तनाव मुक्ति और मन को शांति प्रदान करने का एक मुख्य जरिया है। ध्यान करने से आपके शरीर से कार्टिसोल नामक हार्मोन का स्राव सही मात्रा में होता है। तदोपरांत आपका दिमाग शांत रहता है और उसे तनावमुक्त रहने में मदद मिलती है।
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Improve memory power | स्मरण शक्ति बेहतर होती है।
अपने ऑफिस work को लेकर आदमी बाकी जरूरी बातें को भूल जाता है। हर वक्त अपने काम की टेंशन में रहता है। दूसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि दिमाग को जरूरी पोषण नहीं मिलने से वह कमजोर हो जाता है। तत्पश्चात स्मरण शक्ति कमजोर होने लगती है। रेगुलर मेडिटेशन से आप अपनी स्मरण शक्ति को विकसित कर सकते हैं। और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं।
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Meditation increases concentration power | ध्यान से एकाग्रता बढ़ती है।
किसी भी काम पर concentration रखने के लिए सबसे पहले आपका मन शांत होना जरूरी है। और मन को शांत करने का सबसे अच्छा तरीका meditation है। जो आपकी एकाग्रता को बढ़ाता है और आप अपने काम में concentrate कर पाते हैं।
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Positive attitude | सकारात्मक नजरिया।
सकारात्मक नजरिए के लिए ध्यान बहुत ही महत्त्वपूर्ण और आवश्यक उपाय है। नेगेटिव thinking और गुस्सैल प्रवृत्ति के लोगों के लिए ध्यान बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। सकारात्मक मानसिक नजरिया आपके सुखी जीवन के लिए बहुत जरूरी है।
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Self control and self realization | आत्म संयम और आत्म बोध।
जब भी आप कोई सही या ग़लत काम करते हैं, आपकी अंतरात्मा से एक आवाज आती है, कि इसे करें या न करें। जैसे – जैसे आपका अंतरात्मा से संपर्क टूटता जाता है, आप खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं। आप सही और गलत में फर्क नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आप आत्म संयम खो देते हैं और आपकी परिस्थितियां आपको नियंत्रित करती हैं।
ध्यान, self control और self realization की एक पद्धति है। इससे आपका जीवन सुखमय और आसान होने लगता है। Meditation से आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है जो आपकी समस्याओं को रचनात्मक तरीके से हल करना सिखाता है।
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Connecting with God | ईश्वर से जुड़ें।
प्राचीन काल से ही लोगों ने ध्यान क्रिया को अपनाया है और उन महान लोगों का मानना है कि हमारे अंदर ईश्वर या ईश्वरीय शक्ति विद्यमान है। हम और आप भी ये महसूस करते हैं कि हमारी अंतरात्मा उस ईश्वर से जुड़ी हुई है जो सर्वव्यापी है। ये हमेशा सत्य होती है और हमें सही और गलत का अहसास कराती है।
अपनी अंतरात्मा से जुड़ने का मतलब है ईश्वर से जुड़ना। और अपनी अंतरात्मा से संपर्क करने के लिए आपको मेडिटेशन करना बहुत जरूरी है। जब आप ध्यान करने लग जाते हैं तो उस अंतरात्मा से जुड़ जाते हैं और अंतरात्मा से जुड़ने के बाद ईश्वर से स्वतः ही जुड़ जाते हैं।
किसी भी कार्य को करने और उसमें सफलता प्राप्त करने हेतु आपको motivation और विश्वास की आवश्यकता होती है। इसी से संबंधित एक कथन है –
“आप ईश्वर में तब तक विश्वास नहीं कर पाएंगे जब तक आप खुद में विश्वास नहीं करते।”
– स्वामी विवेकानंद
How to do meditation | ध्यान कैसे करें?
Physical benifits of meditation | ध्यान के शारीरिक लाभ।
Meditation एक मानसिक प्रक्रिया है। जो लोग ध्यान के अच्छे अनुभवी होते हैं, वे इससे किसी भी प्रकार का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान करके आप अपने जीवन की बहुत सी समस्याओं का निवारण खुद ही कर सकते हैं। ध्यान की पूर्व तैयारी में सर्वप्रथम आपको प्राणायाम का अभ्यास करना होगा। जिससे मानसिक और शारीरिक लाभ अवश्यंभावी हैं। जब ध्यान का अच्छा अनुभव हो जाता है तो मनुष्य अपनी प्राण ऊर्जा का हेर – फेर (manipulate) कर सकता है। इसे चीन में qi gong कहते हैं।
इसके द्वारा शरीर के क्षतिग्रस्त अंगों को ठीक किया जा सकता है। इस प्राण ऊर्जा में इतनी शक्ति होती है कि इसके द्वारा आप अपने शरीर को पत्थर जैसा कठोर बना सकते हैं। बिना थके दिन – रात काम कर सकते हैं, लगातार दौड़ सकते हैं। ध्यान का अनुभवी हर वार को सहन कर सकता है। ध्यान के और भी बहुत सारे लाभ हैं, जिनका वर्णन योग शास्त्रों में किया गया है।
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Control blood pressure | रक्तचाप नियंत्रण।
मेडिटेशन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपके दिल पर पड़ने वाला दबाव कम हो जाता है। जिससे आपका शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। ध्यान करने से ब्लड प्रेशर संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
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Improve immune system | प्रतिरक्षा प्रणाली का विकास।
शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होने से आपका शरीर किसी भी प्रकार की बीमारी या चुनौती का सामना कर सकता है। ध्यान आपके immune system को मजबूत करने के लिए एक अच्छा विकल्प है।
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Personality development | व्यक्तित्व विकास।
व्यक्तित्व विकास में meditation एक सहायक के रूप में कार्य करता है। पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा यह सिद्ध हो चुका है। इस शोध के अनुसार, मेडिटेशन द्वारा मस्तिष्क को तीन चरणों में एकाग्रचित्त किया जाता है। साथ ही सक्रिय रहते हुए मस्तिष्क को प्रत्येक बिंदु पर क्रियाशील बनाया जा सकता है।
इस शोध के दौरान प्रतिभागियों को एक महीने तक 30 मिनट के meditation के लिए कहा गया। एक महीने बाद उनके मस्तिष्क की क्रियाओं का analysis किया गया और उनकी मानसिक गतिविधियों का निरीक्षण किया गया। इस शोध के अनुसार उन प्रतिभागियों के मस्तिष्क और व्यवहार में काफी सकारात्मक परिवर्तन मिले। ध्यान के द्वारा सम्पूर्ण पर्सनैलिटी डेवलपमेंट किया जा सकता है।
नमस्कार दोस्तों,
मुझे उम्मीद है कि Meditation के बारे में ये लेख आप सभी को अच्छा लगा होगा। इस आर्टिकल से यदि आप लोगों को थोड़ा सा भी लाभ होता है तो मुझे बहुत खुशी होगी। इसे आप अपने दोस्तों को जरुर शेयर करें। शायद इससे आपके द्वारा किसी और का भला हो जाए। यदि आपका कोई प्रश्न या कॉमेंट है तो मुझे जरूर बताएं।
– धन्यवाद –