How to become rich | अमीर कैसे बनें | अमीरी की राह।
How to become rich | अमीर कैसे बनें | अमीरी की राह।
इस दुनिया में कौन ऐसा व्यक्ति है जो अमीर नहीं बनना चाहता? उत्तर है : सभी। फिर सभी लोग अमीर क्यों नहीं बन पाते हैं। क्योंकि अमीरी की राह आसान नहीं है, इस पर चलने के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। फिर सवाल आता है कि कैसे ये (How to become rich | अमीर कैसे बनें | अमीरी की राह।) संभव हो सकता है। हम इस लेख में ये जानेंंगे कि जो लोग इन कठिनाइयों, परिस्थितियों का सामना कर लेते हैं वे सफल और अमीर बन जाते हैं।
It’s your right to be rich | अमीर बनना आपका अधिकार है।
हर व्यक्ति पर्याप्त धन चाहता है। कोई नहीं चाहता कि उसके पास गुजर – बसर लायक ही पैसे हों। इंसान समृद्धि चाहता है और यह उसे मिलनी चाहिए। क्या आप जानते हैं कि अमीर बनने का secret क्या है। कैसे कुछ लोग बहुत अमीर बन जाते हैं और अधिकतर लोग गरीब ही रहते हैं। क्या Rich बनना इतना आसान है? तो क्यों सब लोग अमीर नहीं बन पाते हैं।
यदि आप अमीर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले यह समझना होगा, कि नौकरी करके आप कभी अमीर नहीं बन सकते। जितने भी अमीर लोग हैं वे सब बड़े बड़े बिजनेसमैन हैं। अमीर बनने के कुछ रहस्य हैं जिनके बारे में हम आगे पढ़ेंगे। आज हम यहां सबसे बड़े रहस्य की बात करेंगे, जिसके द्वारा दुनिया के बहुत से लोग अमीर बन चुके हैं।
Attraction of wealth | धन का आकर्षण।
धन को आकर्षित करने के लिए आपको दौलत पर ध्यान केंद्रित करना होगा। रहस्य के ज्ञान और आकर्षण के नियम को जीवन के हर क्षेत्र में लागू किया जा सकता है। यह प्रक्रिया उस चीज पर लागू की जा सकती है, जिसे आप पाना चाहते हैं। इसमें पैसा भी शामिल है।
आपको अपने विचारों से एक नया संकेत भेजना होगा। ये विचार इस तरह के होने चाहिए कि आपके पास इस समय पर्याप्त से ज्यादा है। आप अपनी कल्पना को उड़ान भरने दें और यह यकीन करें कि आपके पास इस समय आपकी मनचाही दौलत है। जब आप दौलतमंद होने का नाटक करेंगे तो आप तत्काल पैसे के बारे में बेहतर महसूस करेंगे। और जब आप पैसे के बारे में अच्छा अनुभव करेंगे तो पैसा आपके जीवन में प्रवाहित होने लगेगा।
Attract abundance | प्रचुरता को आकर्षित करें।
किसी व्यक्ति के पास पर्याप्त पैसा न होने का इकलौता कारण यह है कि वह अपने विचारों द्वारा पैसे को अपने पास आने से रोक रहा है। ब्रह्मांड पैसे को आपके पास आने से नहीं रोक रहा है, क्योंकि आपको जितने पैसे की आवश्यकता है, उतना पैसा अदृश्य में इसी समय मौजूद है। आपको अपने विचारों के तराजू का झुकाव धन की कमी वाले पलड़े की बजाय पर्याप्त से ज्यादा धन वाले पलड़े की तरफ करना होगा। यदि आप अभाव के बजाय प्रचुरता के विचार सोचेंगे तो तराजू का झुकाव बदल जाएगा।
पैसे की जरूरत महसूस होना एक शक्तिशाली भावना है। इसलिए जाहिर है, आकर्षण के नियम द्वारा आप पैसे की जरूरत को अपनी ओर आकर्षित करते रहेंगे। आप जिंदगी में जो भी चीज चाहते हैं, उसे पाने का शॉर्टकट इसी समय खुश होना और खुशी महसूस करना है। मनचाहे पैसे या मनचाही चीज को जिंदगी में लाने का यह सबसे तेज तरीका है।
खुशी और आनंद की उन भावनाओं को ब्रह्मांड में भेजने पर ध्यान केंद्रित करें। ऐसा करने पर आप अपनी ओर उन सभी चीजों को आकर्षित करेंगे जो आपके जीवन में खुशी और आनंद लाती है। आकर्षण का नियम आपके सबसे अंदरुनी विचारों और भावनाओं को साकार करता है।
Focus on prosperity | समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करें।
जब आप किसी दौलतमंद व्यक्ति को देखेंगे, तो जान जाएंगे कि उस व्यक्ति के प्रबल विचार कमी पर नहीं दौलत पर केंद्रित है। और उसने दौलत को अपनी ओर आकर्षित किया है। चाहे उसने यह सचेतन रूप से किया हो या अवचेतन से। उसने दौलत के विचारों पर ध्यान केंद्रित किया और ब्रह्मांड ने लोगों, परिस्थितियों और घटनाओं को प्रेरित करके उस तक दौलत पहुंचा दी।
“आत्मिक खजाना, जिससे सारी दिखने वाली दौलत मिलती है, यह कभी खाली नहीं होता है। यह हर समय आपके पास है और आपकी आस्था तथा मांगों के अनुरूप प्रतिक्रिया करता है।”
– चार्ल्स फिलमोर (1854 – 1948)
जो दौलत उसके पास है वह आपके पास भी है। उसमें और आपमें फर्क सिर्फ इतना है कि उसने दौलत लाने वाले विचार सोचें। आपकी दौलत अदृश्य में आपका इंतजार कर रही है। इसे प्रकट करने के लिए दौलत के बारे में सोचें।
यदि आप प्रचुरता चाहते हैं या समृद्धि चाहते हैं तो फिर प्रचुरता पर और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करें। पैसा बनाने के मामले में यह जान लें कि दौलत एक मानसिकता है। इसका संबंध इस बात से है कि आप कैसा सोचते हैं।
आकर्षण का नियम बताता है कि आप जिस चीज पर ध्यान केंद्रित करते हैं, वही आपको मिलेगी। ज्यादा पैसे को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए आपको उसके बारे में अच्छा महसूस करना होगा।
आज से ही आप यह कहना शुरू करें, “मेरे पास पर्याप्त से ज्यादा धन है।” “धन की प्रचुरता है और यह मेरे पास आ रहा है।” “मैं दौलत का चुंबक हूं।” “मैं पैसे से प्यार करता हूं और पैसा मुझसे प्यार करता है।” “मुझे हर दिन पैसा मिल रहा है।” धन्यवाद।
Give money to get money | पैसा पाने के लिए पैसा दें।
पैसा देना अपने जीवन में ज्यादा पैसा लाने की जबर्दस्त तकनीक है। क्योंकि ऐसा करते समय आप कह रहे हैं, “मेरे पास बहुत पैसा है।” दुनिया के सबसे दौलतमंद लोग सबसे बड़े दानवीर होते हैं। इसके बदले में ब्रह्मांड उनको आकर्षण के नियम द्वारा ढेर सारी दौलत का खज़ाना प्रदान करता है – कई गुना।
यदि आप सोच रहे हैं, “मेरे पास देने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं।” ओह! अब आप जान गए हैं कि आपके पास पर्याप्त पैसे क्यों नहीं हैं। पर्याप्त पैसा पाने के लिए दान देना शुरू करें। जब आप दान देने में आस्था दर्शाते हैं, तो आकर्षण का नियम आपको ज्यादा पैसा देगा, ताकि आप और दान दे सके।
हर चीज जो आप पाना चाहते हैं, अंदर का काम है! बाहरी जगत परिणामों का संसार है। यह आपके विचारों का परिणाम है। अपने विचारों की फ्रीक्वेंसी को खुशी पर सेट कर लें। अपने मन में खुशी और आनंद की भावनाएं भर लें और पूरी शक्ति से उन्हें ब्रह्मांड की ओर भेजें। ऐसा करने पर आपको वो सब प्राप्त होगा जो आप पाना चाहते हैं।
Wealth is a mental state | दौलत एक मानसिक अवस्था है।
जब आप अमीर बनने का रहस्य जान जाते हैं तो खुद को एक आध्यात्मिक, कार्यकारी आधार पर पाते हैं। आपको यह जानकर अपनी बुद्धिमानी पर गर्व होगा कि दौलत एक मानसिक अवस्था है। नीचे लिखे वाक्य को दिन में तीन – चार खुद से धीरे – धीरे कहें, खास तौर पर सोने से पहले –
“पैसा मेरे जीवन में हमेशा खुलकर प्रवाहित हो रहा है और मेरे पास हमेशा दैवीय समृद्धि है।” जब आप ऐसा नियमित और सुनियोजित तरीके से करते हैं, तो दौलत का विचार आपके अवचेतन मन तक पहुंच जाएगा और आप दौलत की चेतना विकसित कर लेंगे। आप जिसे चेतन मन से सच मानते हैं, आपका ज्यादा गहरा मन यानी अवचेतन मन उस पर प्रतिक्रिया करेगा।
आप दौलत, सेहत या जो भी आविष्कार करना चाहते हैं, वे सभी पहलेपहल अदृश्य होते हैं। हर चीज अदृश्य से उत्पन्न होती है। आप पहले व्यक्तिपरक रूप से दौलत के मालिक बनते हैं, इसके बाद ही आप दौलत के वस्तुपरक मालिक बनते हैं। दौलत की भावना से दौलत उत्पन्न होती है, क्योंकि दौलत चेतना की अवस्था है। चेतना की अवस्था वह है जो आप सोचते हैं, महसूस करते हैं, यकीन करते हैं और जिसके प्रति मानसिक सहमति देते हैं।
Goal and subconscious mind | लक्ष्य और अवचेतन मन।
अक्सर यह सवाल पूछा जाता है, “लक्ष्य पर मनन करने और चेतना में इच्छा को स्वीकार करने के बाद मुझे क्या करना चाहिए?” जबाब सरल है; जो भी आपके लक्ष्य को पाने के लिए आवश्यक होगा, उसे करने के लिए आपको विवश किया जाएगा।
अवचेतन मन का नियम है विवशता। जीवन का नियम है क्रिया और प्रतिक्रिया। हम जो भी क्रिया करते हैं, वह हमारे मन की आंतरिक गतिविधियों, आंतरिक भावों और विश्वासों पर स्वचालित प्रतिक्रिया होती है।
हमारी सारी गतिविधियां और क्रियाएं मन की आंतरिक गतिविधियों का अनुसरण करती हैं। आंतरिक क्रियाएं सभी बाहरी क्रियाओं से पहले होती है। आप शारीरिक रूप से को भी कदम उठाते हैं या आप वस्तुपरक तरीके से जो भी करते नजर आते हैं। वह सब एक नक्से का हिस्सा होता है जिसे पूरा करने के लिए आप विवश होते हैं।
लक्ष्य को स्वीकार करने से लक्ष्य की प्राप्ति के साधन स्वतः ही प्रकट हो जाते हैं। यकीन करें कि आपकी मनचाही चीज इसी समय आपके पास है और आप इसे पा लेंगे। यानी आप अमीर बन जाएंगे।
जीवन में अपने लक्ष्य के साथ जुड़ाव बनाएं और आलोचना, आत्म – निंदा, क्रोध, डर और चिंता के साथ मानसिक विवाह बंद करें। अपने चुने हुए लक्ष्य पर ध्यान दें। समृद्धि और सफलता के अवश्यंभावी नियम में विश्वास और आस्था से सराबोर रहें। अमीरी के राजमार्ग पर चलने के लिए आपको अपने चुने हुए लक्ष्य के प्रति निष्ठावान रहना होगा।
Your thoughts are everything | आपके विचार ही सब कुछ हैं!
प्रकृति का महान नियम यह है, “जैसा आप चाहते हैं कि लोग आपके बारे में सोचें, उनके बारे में भी वैसा ही सोचो। जैसा आप चाहते हैं कि लोग आपके बारे में महसूस करें, उनके बारे में भी वैसा ही महसूस करो।” आप जिसकी कल्पना करते हैं और जिसमें यकीन करते हैं, उसे आप जन्म देते हैं।
शिद्दत से कहें, मैं इस पृथ्वी पर चलने वाले हर व्यक्ति के लिए जो चाहता हूं, वही मैं खुद के लिए भी चाहता हूं। मेरे दिल की सच्ची इच्छा यह है कि हर जगह सभी लोगों को शांति, प्रेम, खुशी, समृद्धि और ईश्वर के वरदान मिलें। अगर आप खुशी और मानसिक शांति के लिए प्रार्थना करते हैं तो सभी के लिए खुशी और शांति का दावा करें। जब पैसा आपके मित्र के पास आता है तो यह आपके पास भी आता है यानी आप भी अमीर बन जाएंगे।
ईशा मसीह ने कहा था, “खुद के लिए स्वर्ग में खजानों का संग्रह करें, जहां दीमक और जंग उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाती है, जहां चोर सेंध लगाकर चुरा नहीं सकते हैं।” स्वर्ग के खजाने ईश्वर की सच्चाइयां हैं, जो हमारी आत्मा में मौजूद है। अपने मन को शांति, खुशी, मधुर संबंध, आस्था, ईमानदारी, अखंडता, प्रेमपूर्ण, दयालुता और नम्रता से भर लें; फिर आप अपने मन के स्वर्ग में अपने खजानों के बीज बो देंगे।
समृद्धि की आपकी इच्छा दरअसल ईश्वर का वादा है, जो कह रहा है कि उसकी अमीरी आपकी है। इस वादे को बगैर किसी मानसिक संकोच के स्वीकार करें। दौलत की भावना से दौलत उत्पन्न होती है। चेतना की अवस्थाएं खुद को प्रकट करती हैं। भावना नियम है और नियम भावना।
Road to riches | अमीरी की राह।
आप अमीरी हासिल कर सकते हैं जब आप यह तथ्य जान लेते हैं कि प्रार्थना विवाह का उत्सव है। यह उत्सव मनोवैज्ञानिक है; आप अपनी अच्छाई और अपनी इच्छा पर मानसिक रूप से मनन करते हैं जब तक कि आप इसके साथ (विवाह) एक नहीं हो जाते।
मन का कोई भी विचार या इच्छा जिसे सच महसूस किया जाए, घटित हो जाती है, चाहे अच्छी हो, बुरी हो या तटस्थ हो। अब आप इस नियम को जान चुके हैं कि आप अपने मन में जो भी कल्पना करते हैं और महसूस करते हैं, उसे आप प्रकट करेंगे या अनुभव करेंगे। इस ज्ञान की बदौलत अब आप अपने मन को अनुशासित कर सकते हैं।
आपको अपनी योजना या लक्ष्य के प्रति निष्ठावान रहना होगा। आपको आध्यात्मिक शक्ति के अपने ज्ञान के प्रति सच्चा रहना होगा। नकारात्मक विचारों, डरों और चिंताओं के साथ संयुक्त होना बंद करें।
अपनी तस्वीर वैसी बनाएं, जैसे कि आप बनना चाहते हैं। उस तस्वीर को कायम रखें, उसे खुशी, आस्था और अपेक्षा से पोषण दें। आखिरकार आप इसका अनुभव करने में सफल होंगे।
5 habits are preventing you from becoming rich | 5 आदतें आपको अमीर बनने से रोक रही हैं।
सफलता के ताले की चाबी इतने आसानी से हर किसी को नहीं मिलती। हम अपनी ही कुछ कमियों की वजह से लक्ष्य को पाने में चूक जाते हैं। जानिए आपकी कौन सी आदतें हैं जो आपको अमीर बनने से रोक रही हैं:-
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Lack of confidence | आत्मविश्वास की कमी।
आत्मविश्वास आपके सपनों की इमारत की बुनियाद होती है। आत्मविश्वास की कमी आपके सपनों को तोड़ देती है। और यदि आपके पास कोई सपना ही नहीं होगा तो आप दुविधा में रहेंगे एवम् कहीं नहीं पहुंच पाएंगे। नकारात्मकता आपको घेरे रहेगी। Self confidence आपकी सफलता का पहला कदम है। इसलिए अपने अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाएं।
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Lack of persistency | दृढ़ता का अभाव।
ये तो सर्वविदित है कि दृढ़ और अटल शख्स्शी शख्शियत वाले व्यक्ति ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं। यदि आपका निर्णय दृढ़ है और आप अपनी मंजिल को लेकर पक्के हैं तो आपको Rich बनने से कोई नहीं रोक सकता।
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Waiting for the right time | सही समय का इंतजार।
अधिकतर लोग कोई भी कार्य करने के लिए सही समय का इंतज़ार करते हैं जबकि सफल लोग हर समय को अपने लिए सही बनाते हैं। आज का समय ही आपके लिए सही है, risk लेने से न डरें। नए प्रयोगों से खुद को न रोकें, असफलता भी आपको कुछ न कुछ जरूर देकर जाएगी।
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Just thinking, not working | सिर्फ सोचना, काम न करना।
बहुत से लोगों की सोच बहुत ऊंची होती है, वे बहुत दूर का सोच लेते हैं। सफलता सिर्फ सोचने भर से नहीं मिलती। किसी भी कार्य या अपने सपने के बारे में सोचने के बाद आपका पहला काम उसको अमल में लाना है। जल्द से अमीर बनने के लिए अपनी योजना बनाएं और उन पर काम करना शुरू करें।
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The habit of not learning anything new | कुछ भी नया न सीखने की आदत।
यदि आप सोचते हैं कि पढ़ना – लिखना सिर्फ स्कूल और कालेज तक ही सीमित है तो आप गलत हैं। नियमित पढ़ते और नए सीखते रहना बहुत आवश्यक है क्योंकि ये सफलता के लिए बहुत जरूरी है। सीमित दायरे में बंधे रहना एक कुएं के मेंढक के समान है। इसलिए खुद को comfort zone से बाहर निकालें, अमीर बनने के लिए ये बहुत आवश्यक है।
यदि आपको इस लेख (How to become rich | अमीर कैसे बनें | अमीरी की राह।) से अपने करियर के लिए कुछ inspiration मिले, सफल या अमीर बन सकें तो मुझे बहुत खुशी होगी। आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं कि ये जानकारी आपके लिए कैसी लगी। इसे अपने दोस्तों को जरुर शेयर करें।
– 🙏धन्यवाद 🙏-
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