Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।

Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।

Goal

Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।

हम इस लेख में (Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।) जानेंगे कि हमारा लक्ष्य क्या होता है। और कैसे उसे हासिल किया जा सकता है। सफलता ही लक्ष्य है और लक्ष्य का मतलब ही सफलता, बशर्ते आप इसे पाने के लिए गंभीर हों। सफल लोग पूरी तरह लक्ष्य केंद्रित होते हैं। वे जानते हैं कि वे क्या चाहते हैं और उसे हासिल करने के लिए वे हर दिन अपना पूरा ध्यान उस पर केंद्रित करते हैं। लक्ष्य तय करने की आपकी क्षमता ही सफलता की सबसे प्रमुख योग्यता है।

लक्ष्य, ब्रायन ट्रेसी द्वारा लिखित पुस्तक ‘Goals!’ का हिंदी अनुवाद है। जीवन में सफलता प्राप्त करने हेतु goal बहुत आवश्यक है। जो लोग अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले एक goal अथवा target की आवश्यकता होती है। यदि आप भी लक्ष्य के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं या जीवन में सफल होना चाहते हैं तो इस पुस्तक ‘लक्ष्य’ को अवश्य पढ़ें।

What is goal or aim | लक्ष्य या उद्देश्य क्या है?

जहां सफलता की बात आती है वहां लक्ष्य की बात होना जरूरी है, क्योंकि बिना लक्ष्य के सफलता प्राप्त करना संभव नहीं है। लक्ष्य (Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।) वो संभावित परिणाम है जिसे आप हासिल करना चाहते हैं और जिसके लिए प्रयासरत हैं।

विकिपीडिया के अनुसार —

भविष्य या इच्छित परिणाम का एक विचार ही लक्ष्य है; जिसे प्राप्त करने के लिए एक व्यक्ति या लोगों का एक समूह संशोधन, योजना और प्रतिबद्धता करता है। लोग समय सीमा तय करके समय के भीतर लक्ष्यों तक पहुंचने का प्रयास करते हैं।

एक लक्ष्य लगभग एक उद्देश्य या उद्देश्य के समान होता है, प्रत्याशित परिणाम जो प्रतिक्रिया या मार्गदर्शन का अंत करता है। जो एक वस्तु है, या तो एक भौतिक वस्तु या एक अमूर्त वस्तु है जिसमे आंतरिक मूल्य है ।

  • How to set goals | लक्ष्य निर्धारण कैसे करें।

Goal setting

हमारी जिंदगी भी चलती हुई गाड़ी की तरह है, यदि उस गाड़ी में तेल नहीं है तो वह कहीं नहीं पहुंच सकती। एक सुखद और सम्पूर्ण यात्रा गाड़ी के ड्राइवर और गाड़ी दोनों पर निर्भर होती है, कि वह उसे कैसे चलाता है। ठीक उसी प्रकार आप और आपका मस्तिष्क दोनों निर्धारित करते हैं कि आप कहां जाना चाहते हैं तथा कब और कैसे पहुंचेंगे।

इसलिए जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए लक्ष्य निर्धारण बहुत ही आवश्यक है। Goal setting के बिना आप कुछ भी हासिल नहीं कर सकते हैं। अपनी जिंदगी बदलने के लिए लक्ष्य (Goal| Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।) क्या हैं और कैसे goal setting करें। इसके लिए नीचे कुछ प्रभावशाली और महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया है। आप इन्हे अपनाकर अपनी जिंदगी बदल सकते हैं।

1. Unlock your possibilities | अपनी संभावनाओं का ताला खोलें।

आपके सकारात्मक मस्तिष्क का ताला आपके लक्ष्यों से खुलता है और लक्ष्य ही मंजिल तक पहुंचाने वाले मददगार विचारों तथा ऊर्जा को मुक्त करते हैं। लक्ष्यों (Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।) के बिना आप बस जिंदगी की लहरों पर डूबते – उतराते रहते हैं। जबकि goal अथवा aim होने पर आप तीर की तरह उड़कर सीधे निशाने पर पहुंच जाते हैं।

स्पष्ट लक्ष्य होने पर आपका आत्म विश्वास (self confidence) बढ़ता है, आपकी क्षमता का विकास होता है और आपकी प्रेरणा (motivation) का स्तर ऊंचा होता है। जैसा कि सेल्स प्रशिक्षक Tom Hopkins कहते हैं, “लक्ष्य उपलब्धि की अंगीठी का ईंधन है।”

You create your own world | आप अपना खुद का संसार रचते हैं।

मानव इतिहास की महानतम खोज यह है कि आपके मस्तिष्क में आपके जीवन के लगभग हर एक पहलू का निर्माण करने की शक्ति होती है। इस मानव निर्मित जगत में आप अपने चारों ओर जो भी चीजें देखते हैं, वह किसी इंसान के दिमाग में एक विचार के रूप में आयी थीं। और इसके बाद ही भौतिक जगत में साकार हुई हैं।

विचार रचनात्मक होते हैं। वे आपकी दुनिया और आपके साथ होने वाली हर चीज को आकार देते हैं। सभी धर्मों, दर्शनों, मेटाफिजिक्स, मनोविज्ञान और सफलता का महान सार यह है : आप जिसके बारे में ज्यादातर वक्त सोचते हैं, वही बन जाते हैं। आपका बाहरी जगत अंततः आपके आंतरिक जगत का प्रतिबिंब बन जाता है। आप जिसके बारे में भी सोचते हैं, वह लगातार आपकी जिंदगी में प्रकट होता है।

हजारों सफल लोगों से जब ये पूछा गया कि वे ज्यादातर समय किस चीज के बारे में सोचते हैं। सफल लोगों का सबसे आम जवाब यह था कि वे ज्यादातर समय अपनी मनचाही चीज और उसे हासिल करने के बारे में सोचते हैं।

लक्ष्यों में स्पष्टता होने से आपको अपनी योग्यताओं तथा ऊर्जाओं पर ध्यान केंद्रित करने और उनका इस्तेमाल करने का मौका मिल जाता है। स्पष्ट लक्ष्य आपको ये सामर्थ्य देते हैं कि आप अपनी जिंदगी में सफलता की ओर तेजी से बढ़ें, जिसे आप पाना चाहते हैं।

Join the top 3% | शीर्षस्थ 3% लोगों में शामिल हों।

1979 से 1989 के बीच हॉवर्ड में हुए एक अध्ययन के बारे में Mark McCormack ने अपनी पुस्तक ‘What they don’t teach you at Harvard business school’ में बताया है। 1979 में हार्वर्ड के एमबीए ग्रैजुएट्स से पूछा गया, “क्या आपने अपने भविष्य के लिए स्पष्ट, लिखित लक्ष्य तय किए हैं और उन्हें हासिल करने की कोई योजना बनाई है।”

पता चला कि सिर्फ 3% ग्रैजुएट्स के पास लिखित लक्ष्य (Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।) और योजनाएं थीं। 13% के पास लक्ष्य तो थे, लेकिन उन्होंने लिखे नहीं थे। बाकी 84% के पास कोई लक्ष्य ही नहीं थे।

दस साल बाद 1989 में शोधकर्ताओं ने दोबारा उस क्लास के सदस्यों से संपर्क किया। उन्होंने पाया कि जिन 13% के पास अलिखित लक्ष्य थे, वे लक्ष्य न बनाने वाले 84% विद्यार्थियों से औसतन दोगुना कमा रहे थे। लेकिन सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह थी कि हार्वर्ड छोड़ते समय जिन 3 प्रतिशत के पास स्पष्ट, लिखित लक्ष्य थे, वे बाकी सभी 97 प्रतिशत लोगों से औसतन लगभग दस गुना कमा रहे थे। इन सब में इकलौता फर्क सिर्फ स्पष्ट और लिखित लक्ष्य थे जो उन्होंने पढ़ाई पूरी करते समय बनाए थे।

Devlop a burning desire | ज्वलंत इच्छा विकसित करें।

अगर आप सचमुच अपने लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं, तो आपको उनके लिए ज्वलंत इच्छा विकसित करनी होगी। लक्ष्य प्राप्ति का शुरुआती बिंदु है इच्छा। जब आपकी इच्छा तीव्र होती है, तभी आपको तमाम बाधाओं से उबरने की ऊर्जा और जोश मिलते हैं। आप जिस चीज को लंबे समय तक और प्रबलता से चाहें, उसे अंततः प्राप्त कर सकते हैं।

The key to happiness | खुशी की कुंजी।

गोल सेटिंग करना, हर दिन उनकी दिशा में काम करना और अंततः उन्हें हासिल करना जिंदगी में खुशी की कुंजी है। लक्ष्य तय करने में इतनी शक्ति है कि उन्हें हासिल करने की दिशा में पहला कदम उठाने से पहले ही आप रोमांचित हो उठते हैं। उनके बारे में सोचने भर से ही आप खुश हो जाते हैं।

2. Take the reins of your life | अपनी जिंदगी की बागडोर थामें।

“सामान्य नियम यह है कि इंसान जिन चीजों के साथ पैदा होता है, उनका महत्त्व बहुत कम होता है। असल महत्त्वपूर्ण तो वे चीजें होती हैं जिनसे वह खुद को बनाता है।”

— अलेक्जेंडर ग्राहम बेल

भविष्य में जो कुछ भी आपकी जिंदगी में होगा, वह आप पर ही निर्भर करता है। कोई भी आपकी मदद नहीं करेगा न कोई आपको बचाने आयेगा। आपको यह समझ लेना चाहिए कि अगर आपकी जिंदगी में किसी चीज को बदलना है तो यह आप पर निर्भर है। यदि आप इसे नहीं बदलते तो कोई भी इसे नहीं बदलेगा। इसके लिए आप ही जिम्मेदार हैं।

Your worst enemy | आपके सबसे बुरे शत्रु।

सभी नकारात्मक भावनाएं, सफलता और खुशी की सबसे बड़ी शत्रु हैं। नकारात्मक भावनाएं आपको नीचे रोके रखती हैं, आपको थका डालती हैं और आपकी जिंदगी की सारी खुशियां चूस लेती हैं। मानव इतिहास के शुरू होने से लेकर आज तक नकारात्मक भावनाओं ने इंसान और समाज को जितना नुकसान पहुंचाया है, उतना अतीत की सभी महामारियों ने मिलकर भी नहीं पहुंचाया।

सोचो, अगर आप सचमुच खुश और सफल होना चाहते हैं, तो नकारात्मक भावनाओं से मुक्त होना आपका एक महत्त्वपूर्ण goal होना चाहिए। सौभाग्य से आप यह काम कर सकते हैं, बशर्ते आप इसका तरीका सीख लें।

आपकी नकारात्मक भावनाएं जब खत्म हो जाती हैं, तो उनकी जगह प्रेम, शांति, खुशी और उत्साह की सकारात्मक भावनाएं आ जाती हैं। सकारात्मक भावनाओं से आपकी जिंदगी बेहतर हो जाती है – कई बार चंद मिनटों में, और कभी – कभार तो सेकंडों में ही।

Responsibility is the cure | जिम्मेदारी ही इलाज है।

सब तरह की नकारात्मक भावनाओं का इलाज यह है कि आप अपनी स्थिति की पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करें। “मैं जिम्मेदार हूं!” कहने के साथ – साथ आप गुस्सा महसूस कर ही नहीं सकते। जिम्मेदारी स्वीकार करने भर से ही आपकी हर नकारात्मक भावना खत्म हो जाती है।

“मैं जिम्मेदार हूं,” का यह सरल लेकिन सशक्त संकल्प हमें नकारात्मक भावनाओं को तत्काल खत्म करने की क्षमता देता है। जरा कल्पना करें! आप नकारात्मक भावनाओं से पूरी तरह आजाद हो सकते हैं और अपनी जिंदगी की बागडोर अपने हाथों में थाम सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ इतना ही कहना है, “मैं जिम्मेदार हूं!” जब भी आपको किसी वजह से गुस्सा आए या आप विचलित हो जाएं, तो ये तीन शब्द बोल दें।

जब आप अपनी पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करके नकारात्मक भावनाओं से खुद को मुक्त कर लेते हैं, तभी और सिर्फ तभी आप जिंदगी के हर क्षेत्र में लक्ष्य तय कर सकते हैं और उन्हें पा सकते हैं। मानसिक और भावनात्मक रूप से आजाद होकर आप अपनी ऊर्जा और उत्साह को आगे की दिशा में ले जा सकते हैं।

अपनी जिंदगी की पूरी जिम्मेदारी जब आप स्वीकार कर लेते हैं, तो इस बात की कोई सीमा नहीं है कि आप क्या बन सकते हैं, क्या कर सकते हैं और क्या पा सकते हैं। पूर्ण व्यक्तिगत जिम्मेदारी स्वीकार किए बिना प्रगति संभव ही नहीं है।

Stop blaming others | दूसरों को दोष देना छोड़ दें।

किसी भी चीज के लिए किसी दूसरे को दोष देना छोड़ दें — चाहे वो अतीत, वर्तमान में हो रही हो या जिसके भविष्य में होने की आशंका हो।

“कोई भी आपकी सहमति के बिना आपको हीन महसूस नहीं करा सकता।”

— एलिनोर रूजवेल्ट

“मैं कभी द्वेष नहीं पालता; जब आप जल – भुन रहे होते हैं, तब आपके शत्रु नाच – गा रहे होते हैं!”

— कॉमेडियन बडी हैकेट

यदि आपसे कोई ग़लती हो जाए तो बस इतना ही कहें, “मुझे अफसोस है” और फिर स्थिति को सुधारने में जुट जाएं। जब भी आप किसी को दोष देते हैं या बहाने बनाते हैं, तो हर बार अपनी शक्ति कम कर लेते हैं। आप कमजोर या कमतर महसूस करने लगते हैं। आप मन ही मन में नकारात्मक और क्रोधित हो जाते हैं। ऐसा कतई न होने दें।

Make your strategy | अपनी रणनीति बनाएं।

आप अपने जीवन और कैरियर की व्यक्तिगत रणनीति के लिए उतने ही जिम्मेदार हैं जितना कि किसी कॉर्पोरेशन का प्रेसिडेंट। आप प्रबंधन की पूरी रणनीति — लक्ष्य तय करना, चरणबद्ध योजना बनाना और तयशुदा परिणाम पाने के लिए काम करना आदि के लिए जिम्मेदार हैं।

काम की गुणवत्ता और मात्रा आपके लिए तयशुदा परिणाम निर्धारित करती है। प्रेसिडेंट के रूप में आप आत्म – प्रचार और तरक्की की मार्केटिंग रणनीति के लिए जिम्मेदार हैं। इसके लिए आपको अच्छी छवि बनानी होगी और अपनी पैकिंग आकर्षक रखनी होगी। ताकि प्रतिस्पर्धा भरे बाजार में आप खुद को सबसे ज्यादा कीमत में बेच सकें।

लोक – व्यवहार की रणनीति और अपने संबंधों के लिए आप उत्तरदाई हैं — घर पर भी और ऑफिस में भी। आप अपनी वित्तीय रणनीति के लिए जिम्मेदार हैं — यह फैसला करने के लिए कि आप अपनी कितनी सेवाएं बेचना चाहते हैं। आप कितनी तेजी से हर साल अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हैं, कितना पैसा बचाना और निवेश करना चाहते हैं। ये सभी आंकड़े पूरी तरह आप पर निर्भर करते हैं।

3. Build your future | अपने भविष्य का निर्माण करें।

लीडर्स पर बरसों तक हुए 3300 से ज्यादा अध्ययनों में पाया गया कि महान लीडर्स में एक ऐसा खास गुण होता है, जो उन्हें दूसरों से अलग बनाता है। यह गुण है भविष्य – दृष्टा होने का। लीडर्स के पास भविष्य – दृष्टि (vision) होती है जो कि बाकी लोगों में नहीं होती है।

ब्रायन ट्रेसी बताते हैं, मैं पहले ही कह चुका हूं कि मानव इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण खोज यह है कि आप वही बन जाते हैं, जिसके बारे में आप ज्यादातर समय सोचते हैं। और लीडर्स अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं, वे कहां जा रहे हैं और वहां पहुंचने के लिए वे क्या कर रहे हैं।

जरा कल्पना करें कि हर समस्या का समाधान है, हर सीमा से उबरने का उपाय है और कहीं कोई सीमा नहीं है। कल्पना करें कि आप अपने लिए जो भी लक्ष्य तय करेंगे, उन्हें  हासिल कर सकते हैं। “भविष्य से वर्तमान तक की उल्टी सोच” का अभ्यास करें। आज से पांच साल आगे पहुंच जाएं और पलटकर वर्तमान को देखें। किन कामों की वजह से आपका संसार आदर्श बना होगा?

Practice blue sky thinking | नीले आसमान की सोच का अभ्यास करें।

चार्ल्स गारफील्ड ने ” शिखर पर प्रदर्शन करने वालों (peak performers)” का अध्ययन किया, जिसमें उन्होंने एक दिलचस्प खोज की। उन्होंने ऐसे लोगों का विश्लेषण किया, जिन्होंने कई वर्षों तक अपने काम में सिर्फ औसत परिणामों को हासिल किया। और उसके बाद अचानक महान सफलता और उपलब्धि हासिल कर ली। उन्होंने पाया कि “उड़ान के बिंदु” पर उनमें से हर एक ने “नीले आसमान की सोच (blue sky thinking)” का प्रयोग किया था।

नीले आसमान की सोच में आप कल्पना करते हैं कि आप जिस तरह साफ नीले आसमान को देख सकते हैं, जिसकी कोई सीमा नहीं है। उसी तरह आपके लिए भी कोई सीमा नहीं है। आपके लिए सभी चीजें संभव हैं।

Do not compromise your dreams | अपने सपनों से समझौता न करें।

जैसे ही आप आदर्शीकरण (idealization) और भावी दिशाबद्धता (future orientation) का अभ्यास करते हैं। तो आप अपने व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में अपने सपनों और भविष्य – दृष्टियों के साथ कोई समझौता नहीं करते। आप अपने goals को छोटा नहीं करते या आधी – अधूरी सफलताओं से संतुष्ट नहीं होते।

इसके बजाय आप “बड़े सपने देखते हैं” और मानसिक रूप से भविष्य में आगे पहुंचते हैं, जैसे आप ब्रह्मांड के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक हों। आप अपना आदर्श भविष्य रचते हैं।

4. Explain your values | अपने जीवनमूल्यों को स्पष्ट करें।

ज्यादातर लोग अपने लक्ष्यों, जीवनमूल्यों और आदर्शों को लेकर दुविधा में रहते हैं। इसी वजह से वे अपने जीवन में स्थिर नहीं रह पाते और बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर पाते हैं। दूसरी ओर, सफल लीडर्स उतनी ही या उनसे भी कम योग्यताओं और अवसरों के बावजूद अधिक उपलब्धियां हासिल कर लेते हैं।

“ब्रह्मांड में सब कुछ है : एक ईश्वर है, अस्तित्व का एक सिद्धांत और एक नियम, एक तर्क जो सभी सोचने वाले प्राणियों में साझा है और एक सत्य।”

— मार्कस ऑरेलियस

जिंदगी को अंदर से बाहर की तरफ जिया जाता है। आपके जीवनमूल्य आपके व्यक्तित्व का मूल केंद्र हैं। आपके जीवनमूल्य ही आपको वह बनाते हैं, जो आप हैं। आप बाहर जो भी करते हैं, वह हर चीज आपके आंतरिक जीवनमूल्यों द्वारा निर्देशित और तय होती है, चाहे वे स्पष्ट हों या धुंधले। आपके आंतरिक जीवनमूल्य और लक्ष्य जितने ज्यादा स्पष्ट होंगे, आपके बाहरी कार्य भी उतने ही ज्यादा सटीक और असरदार होंगे।

“सफलता की सीढ़ी पर चढ़ते समय यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि यह सही इमारत से टिकी हो।”

— स्टीफन कवी

Like inside, like outside | जैसा अंदर, वैसा बाहर।

जो लोग अंदर से सकारात्मक, आशावादी, लक्ष्य – केंद्रित और भविष्य – केंद्रित होते हैं, वे ज्यादातर मामलों में सुखी, सफल और समृद्ध जीवन का आनंद लेते हैं। लोगों के जीवन की परिस्थितियों को देखकर आप अक्सर यह बता सकते हैं कि वे कैसा सोचते हैं।

अरस्तू ने कहा था कि मनुष्य के जीवन का चरम लक्ष्य या उद्देश्य खुशी हासिल करना है। आप सबसे ज्यादा खुश तभी होते हैं, जब आप अपने अंदरुनी जीवनमूल्यों के सामंजस्य में काम कर रहे हों। आप जिसे अच्छा, सही और सच मानते हैं, उसके पूर्ण सामंजस्य में जीने पर आप खुद – ब – खुद अपने संसार और अपने बारे में खुश व positive महसूस करेंगे।

“जिस जिंदगी को परखा न गया हो, वह जीने लायक नहीं है।”

— सुकरात

आपके लक्ष्य आपके जीवनमूल्यों के सामंजस्य में होने चाहिए और आपके जीवनमूल्य आपके लक्ष्यों के सामंजस्य में होने चाहिए। इसीलिए अपने जीवनमूल्यों को स्पष्ट रूप से पहचानना अक्सर उच्च उपलब्धि और शिखर प्रदर्शन का शुरुआती बिंदु होता है। जीवनमूल्य स्पष्ट करने के लिए आपको यह अच्छी तरह सोचना जरूरी है कि जिंदगी में वाकई आपके लिए महत्त्वपूर्ण क्या है। इसके बाद तो बस आपको उन जीवनमूल्यों के इर्द – गिर्द अपने पूरे जीवन को व्यवस्थित करना है।

Trust your intuition | अपने अंतरबोध पर भरोसा करें।

आत्मविश्वास महानता की नींव है। यह अंतरबोध की आवाज, आपके अंदर से निकली “धीमी आवाज” — सुनने से मिलता है। लोग महान बनना तब शुरू करते हैं, जब वे अपनी अंदरुनी आवाज सुनने लगते हैं। उन्हें पूरा भरोसा होता है कि कोई ज्यादा ऊंची शक्ति हर कदम पर उनका मार्गदर्शन कर रही है।

जीवनमूल्यों के तालमेल में जीना आत्मविश्वास, आत्मसम्मान और गर्व का शाही मार्ग है। दरअसल इंसान की लगभग हर समस्या जीवनमूल्यों के अनुरूप जीकर सुलझाई जा सकती है। जब भी आपको किसी तरह का तनाव महसूस हो, अपने भीतर झांकें और पूछें, “मैं इस वक्त में अपने सबसे अंदरुनी जीवनमूल्यों से किस तरह समझौता कर रहा हूं?”

Focus on your behaviour | अपने व्यवहार पर ध्यान दें।

सच्चे जीवनमूल्य हमेशा आपके कामों में झलकते हैं, खासतौर पर दबाव में किए गए कार्यों में। जब भी आपको इस या उस व्यवहार के बीच चुनाव करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो आपका चुना हुआ काम हमेशा आपके तत्कालीन सबसे महत्वपूर्ण जीवनमूल्य की दिशा में होगा।

वास्तव में जीवनमूल्य श्रेणी में व्यवस्थित होते हैं। आपके पास जीवनमल्यों की श्रृंखला होती है। उनमें से कुछ बहुत गहन और महत्त्वपूर्ण होते हैं, जबकि कुछ कमजोर और कम महत्त्वपूर्ण होते हैं।

सचमुच आप कौन हैं और क्या चाहते हैं, यह तय करने के लिए आप एक अभ्यास कर सकते हैं। अपने जीवनमूल्यों को प्राथमिकता के आधार पर क्रम से जमा लें। जब आप अपने जीवनमूल्यों के तुलनात्मक महत्त्व को स्पष्ट रूप से समझ जाते हैं, तो फिर आप उनके तालमेल में अपनी बाहरी जिंदगी को व्यवस्थित कर सकते हैं।

Like yourself | खुद को पसंद करें।

साइकोलॉजी में आत्मसम्मान का स्तर ही आपकी खुशी का स्तर तय करता है। आत्मसम्मान की परिभाषा है, “आप खुद को कितना पसंद करते हैं।” आपका आत्मसम्मान आपकी आत्म-छवि से तय होता है।

खुद को आप किस रूप में देखते हैं और दूसरों के साथ रोजमर्रा के व्यवहार में अपने बारे में क्या सोचते हैं। आपकी आत्म – छवि आपके आत्म – दर्शन से बनती है। आपका आत्म – आदर्श आपके गुणों, जीवनमूल्यों, लक्ष्यों, आशाओं, सपनों और हसरतों से मिलकर बनता है।

मनोवैज्ञानिकों ने यह खोजा है : आपका असल व्यवहार आपके हिसाब से अपने आदर्श व्यवहार के जितने तालमेल में होता है, आप खुद को उतना ही ज्यादा पसंद करते हैं। उतना ही ज्यादा सम्मान करते हैं और उतने ही ज्यादा खुश भी रहते हैं।

Only think about the things you want | सिर्फ मनचाही चीजों के बारे में ही सोचें।

याद रखें : आप वही बन जाते हैं जिसके बारे में ज्यादा वक्त सोचते हैं। सफल और सुखी लोग अपने जीवनमूल्यों के बारे में सोचते हैं। वे इस बारे में सोचते हैं कि वे इन जीवनमूल्यों को हर दिन अपनी जिंदगी के हर पहलू में कैसे उतार सकते हैं और इन पर अमल कैसे कर सकते हैं। इसका बहुत बड़ा फायदा यह है कि आप अपने जीवनमूल्यों के अनुरूप जितना ज्यादा जियेंगे, उतने ही ज्यादा सुखी, स्वस्थ्य, सकरात्मक और ऊर्जावान रहेंगे।

Always be true : Towards yourself, towards others | हमेशा सच्चे रहें : अपने प्रति भी, दूसरों के प्रति भी।

हमेशा सच बोलने का संकल्प करें – अपने प्रति भी और दूसरों के प्रति भी। जीवन के हर क्षेत्र में अपने जीवनमूल्यों को पहचानें। उन्हें लिख लें। फिर यह सोचें कि उन जीवनमूल्यों के हिसाब से जीने पर आपका व्यवहार कैसा होता है।  फिर चाहे जो हो जाए, उनसे कभी भी समझौता न करें।

ज्यों ही आप अपनी जिंदगी और अपने साथ होने वाली हर चीज की जिम्मेदारी स्वीकार कर लेते हैं। और अपने जीवनमूल्यों को स्पष्ट कर लेते हैं, तो आप अपनी जिंदगी के हर क्षेत्र में अपने स्पष्ट लक्ष्य बनाने के लिए तैयार हो जाते हैं।

5. Set your true goals | अपने सच्चे लक्ष्य तय करें।

सफल स्त्री – पुरुष अपने और अपनी वास्तविक इच्छाओं के बारे में उसी तरह स्पष्ट होते हैं, जिस तरह कोई इमारत बनाने से पहले आर्किटेक्ट उसका विस्तृत ब्लूप्रिंट तैयार कर लेता है। अधिकांश लोग जिंदगी में बिना कुछ सोचे – समझे दौड़ना शुरू कर देते हैं। और फिर हैरान होते हैं कि कभी कोई चीज हासिल क्यों नहीं कर पाते हैं।

“एहसास करें कि वास्तव में आप क्या चाहते हैं। इससे आप तितलियों का पीछा करने से बचेंगे और सोना खोदने में जुट जाएंगे।”

— विलियम मोल्टन मार्सडेन

हेनरी डेविड थोरो ने एक बार लिखा था, “क्या आपने हवा में महल बना लिया है? अच्छी बात है। उसे वहीं होना चाहिए। अब मेहनत करके उसके नीचे नींव भी बना दें।”

Create a personal goal | व्यक्तिगत लक्ष्य बनाएं।

बाधाओं को पार करने और महान लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रबल, ज्वलंत इच्छा अनिवार्य है। और प्रबल इच्छा तभी जाग सकती है, जब आपके लक्ष्य पूर्णतः व्यक्तिगत हों। व्यक्तिगत लक्ष्य इंसान अपनी इच्छा से खुद चुनता है। लक्ष्य निर्धारण की प्रक्रिया को असरदार बनाने के लिए आपको इस बारे में घोर स्वार्थी बन जाना चाहिए। आप उसे ही चुने, जिसे आप सचमुच चाहते हैं।

Double your income | अपनी आमदनी दोगुनी करें।

अपनी आमदनी बढ़ाने या बिक्री बढ़ाने का सबसे सीधा तरीका हमेशा से यही रहा है : बेहतर प्रॉस्पेक्ट्स के साथ ज्यादा समय गुजारें। भले ही आप अपनी योग्यताओं को बेहतर न बनाएं, भले ही आप कुछ भी न बदलें, लेकिन प्रॉस्पेक्ट्स के साथ बिताए गए मिनटों की संख्या दोगुनी कर लें।

List your dreams | अपने सपनों की सूची बनाएं।

कल्पना करें कि आपकी कोई सीमा नहीं है और अपने सच्चे लक्ष्य तय करने के लिए सपनों की सूची बनाएं। सपनों को सूची का मतलब है, हर उस चीज की सूची, जो आप बनना या पाना चाहते हैं, बशर्ते कहीं कोई सीमा न हो।

मार्क विक्टर हैन्सन की सलाह है कि आप कागज पर कम से कम सौ लक्ष्यों की सूची बना लें, जिन्हें आप अपने जीवन काल में हासिल करना चाहते हैं। फिर यह कल्पना करें कि इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आवश्यक सारा समय, पैसा, दोस्त, योग्यताएं और संसाधन आपके पास मौजूद हैं। बस हर मनचाही चीज को ऐसे लिखें, जैसे कोई सीमा न हो।

इसके बाद एक आश्चर्यजनक चीज होगी। सौ सपनों की सूची बनाने के तीस दिन के अंदर ही आपकी जिंदगी में उल्लेखनीय घटनाएं होने लगेंगी। आपके लक्ष्य इतनी तेजी से हासिल होने लगेंगे, जिसकी आप आज कल्पना भी नहीं कर सकते। यह कम से कम सौ लक्ष्य लिखने वाले लगभग सभी लोगों के साथ होता है। आपको भी इसे आजमाकर देखना चाहिए।

Immediately become a millionaire | फौरन करोड़पति बनें।

आप अपनी जिंदगी कितनी और कैसे बदलेंगे? किस क्षेत्र के अंदर आप जाएंगे और किससे बाहर निकलेंगे? कौन से काम ज्यादा और कौन से कम करेंगे? आप पहली चीज किसे चुनेंगे, यह आपके millionaire बनने के परिणाम तय करेगा। अगर आपको चुनाव की पूरी छूट हो, तो आप अपनी जिंदगी कैसे बदलेंगे?

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हम सब परिवर्तन से घबराते हैं, इसी बुनियादी वजह से उन परिस्थितियों में बने रहते हैं जो हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ नहीं हैं। लेकिन जब हम कल्पना करते हैं कि अपनी मनचाही जिंदगी जीने के लिए आवश्यक सारी दौलत आपके पास आ चुकी है। तो आपके सच्चे लक्ष्य अपने आप सामने आ जाते हैं।

6. Analyze your beliefs | अपने विश्वासों का विश्लेषण करें।

विश्वास का नियम शायद सबसे महत्वपूर्ण मानसिक नियम है। यह नियम कहता है कि आप जिस चीज पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं, वह आपकी वास्तविकता बन जाती है। आप दुनिया को अपने विश्वासों, नजरियों, पूर्वाग्रहों और पहले से तय धारणाओं के चश्मे से देखते हैं।

“इंसान और उसकी ख्वाहिशों के बीच सिर्फ एक चीज खड़ी होती है – उन्हें पूरी करने के लिए कोशिश करने की इच्छा और यह विश्वास कि उन्हें पाना संभव है।”

— रिचर्ड एम. डेवॉस

मैथ्यू 9:29 में ईसा मसीह कहते हैं, “तुम्हारी आस्था के अनुरूप ही तुम्हें दिया जाएगा।” इसका मतलब यह है कि आपके प्रबल विश्वास हकीकत में बदल जायेंगे। उन्ही से तय होगा कि आपके साथ क्या होता है।

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हार्वर्ड के डॉ. विलियम जेम्स ने 1905 में कहा था, विश्वास वास्तविक तथ्य का निर्माण करता है।” उन्होंने आगे कहा था, ” मेरी पीढ़ी की सबसे क्रांतिकारी खोज यह थी कि इंसान अपने अंदरुनी नजरियों को बदलकर अपनी जिंदगी के बाहरी पहलुओं को बदल सकता है।”

Change your mind, change your life | सोच बदलो, जिंदगी बदलो।

लाइफ में सारा सुधार अपने और अपनी संभावनाओं के बारे में विश्वास बदलने से होता है। निजी विकास के लिए आपको यह विश्वास बदलना होगा कि आप क्या कर सकते हैं और आपके लिए क्या संभव है। क्या आप अपनी आमदनी दोगुनी करना चाहेंगे? जाहिर है, चाहेंगे! बुनियादी सवाल यह है : क्या आप इसे संभव मानते हैं?

“मनुष्य का दिमाग जो सोच सकता है और यकीन कर सकता है, उसे वह हासिल भी कर सकता है।”

— नेपोलियन हिल

You can also become a genius | आप भी जीनियस बन सकते हैं।

डॉ. हावर्ड गार्डनर जो कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में बहुल बुद्धियों (multiple intelligences) की अवधारणा के प्रवर्तक हैं। उन्होंने बताया है कि इंसान में कम से कम दस अलग – अलग बुद्धियां होती हैं, जिनमें से किसी एक में आप जीनियस हो सकते हैं।

वास्तविकता यह है कि, स्कूल – कॉलेजों में सिर्फ दो ही बुद्धियों को नापा जाता है : शाब्दिक और गणितीय। लेकिन अन्य बुद्धियां भी होती हैं, जैसे – विजियो – स्पेशियल बुद्धि (कला, डिजाइन), उद्यमी बुद्धि (बिजनेस खड़ा करना), शारीरिक या काइनेस्थेटिक बुद्धि (खेलकूद) आदि।

हर इंसान में किसी न किसी क्षेत्र में उत्कृष्ट बनने की क्षमता होती है। इस वक्त आपके अंदर कम से कम एक और शायद कई अलग – अलग बुद्धियों में जीनियस बनने या असाधारण स्तर पर काम करने की योग्यता है। आपका काम तो यह लगाना है कि वह बुद्धि कौन सी है।

Keep pace with your words and actions | अपने शब्दों और कार्यों में तालमेल रखें।

आपके विश्वास हमेशा आपके कामों और शब्दों में प्रकट होते हैं। आप कुछ भी बोलने और करने से पहले यह सुनिश्चित करें, कि वह आपके वांछित विश्वासों के अनुरूप हो और उस मनचाहे व्यक्तित्व के भी, जिसे आप पाना चाहते हैं। समय के साथ – साथ आप सफलता की प्रोग्रामिंग कर लेंगे। जब यह होगा तो आपके बाहरी जीवन का इतना जबर्दस्त कायाकल्प होगा, कि आपके आस – पास के लोग और आप भी हैरान हो जाएंगे।

7. Start at the beginning | शुरुआत से शुरू करें।

Start from beginning

एक बार जब आप अपने जीवनमूल्यों, भविष्य – दृष्टि, मिशन, उद्देश्य और लक्ष्य तय कर लेते हैं, तो आपका अगला कदम होता है, अपने शुरुआती बिंदु का विश्लेषण करना। जिंदगी के हर महत्त्वपूर्ण क्षेत्र में आज आप ठीक – थक कहां हैं और कैसा कर रहे हैं, खास तौर पर आपके लक्ष्यों के संदर्भ में।

“आप आज जहां है और भविष्य में जिन लक्ष्यों तक पहुंचने का इरादा रखते हैं, उनके बीच एक खाई है। और आपकी समस्या है उस पर पुल बनाना।”

— अर्ल नाइटिंगेल

उदाहरण के तौर पर, अगर आपने व्यक्तिगत व्यायाम योजना शुरू करने का फैसला किया है, तो आपका पहला कदम यह तय करना है कि आज की तारीख में आप कितना व्यायाम कर रहे हैं। आप हर दिन या हर हफ्ते कितने मिनट व्यायाम कर रहे हैं, किस तरह से कर रहे हैं और कितने उत्साह से?

जवाब आपके जो भी हों, यह महत्त्वपूर्ण है कि आप इस मामले में ज्यादा से ज्यादा सटीक हों। फिर इस जवाब को शुरुआती बिंदु बनाकर इसके आधार पर भविष्य की व्यायाम योजना बनाएं।

Practice the reality principles | वास्तविकता सिद्धांत का अभ्यास करें।

जनरल इलेक्ट्रिक के सीईओ रहे जैक वेल्व ने कहा है कि लीडरशिप का सबसे महत्त्वपूर्ण गुण “वास्तविकता सिद्धांत” है। दुनिया को इसके असल स्वरूप में देखने की क्षमता, उस तरह से नहीं, जैसी आप इसे देखना चाहते हैं।

पीटर ड्रकर इस गुण को “बौद्धिक ईमानदारी” कहते हैं। किसी समस्या को सुलझाने या कोई निर्णय लेने से पहले तथ्यों को ठीक उसी तरह देखना, जैसे वे हैं। अब्राहम मैस्लो ने लिखा है कि आत्म – वास्तविकीकरण करने वाले व्यक्ति का पहला गुण होता है अपने बारे में पूरी तरह ईमानदार और निष्पक्ष होने की योग्यता। यह आप पर भी लागू होता है।

Check your progress | अपनी प्रगति मापें।

आपमें अविश्वसनीय मानसिक शक्तियां हैं, जिनका पूरा इस्तेमाल करने में आप आदतन असफल होते हैं। आपका चेतन मन (conscious mind) आपके जीवन का “हेड ऑफिस” है। इसकी भूमिका आपके परिवेश की जानकारी से निबटना है। इन्हें पहचानना, विश्लेषण करना, दूसरी जानकारी से इसकी तुलना करना और फिर यह फैसला करना कि कौन सा काम करना है।

“कोई भी राह उस व्यक्ति के लिए लंबी नहीं है, जो सोच – समझकर और बिना जल्दबाजी किए आगे बढ़ता है। कोई भी सम्मान उस व्यक्ति के लिए दूर नहीं है, जो उसके लिए खुद को धैर्य के साथ तैयार करता है।”

— जीन डे ला ब्रूयर

लेकिन आपके अवचेतन मन (subconscious mind) में महान शक्तियां छिपी हुई हैं। यह आपको पहले से बहुत ज्यादा हासिल करने में समर्थ बना सकता है। आपकी 90% से भी ज्यादा शक्तियां “सतह के नीचे” छिपी होती हैं। यह अनिवार्य है कि आप अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने की प्रेरणा (motivation) के लिए इन शक्तियों का दोहन करना सीख लें।

8. Become an expert in your field | अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ बनें।

Target

हमारी अर्थव्यस्था में आमदनी तीन घटकों से तय होती है। पहला : आप क्या करते हैं, दूसरा : आप उसे कितनी अच्छी तरह करते हैं और तीसरा किसी दूसरे द्वारा आपका स्थान लेना कितना मुश्किल है।

“असाधारण व्यक्ति साधारण ही होता है, जो सफलता के बारे में सोचता और सपने देखता है तथा ज्यादा लाभदायक क्षेत्रों में ऐसा करता है।”

— मेल्विन पॉवर्स

सबसे सफल लोगों का गुण यह होता है कि अपने कैरियर में एक निश्चित बिंदु पर उन्होंने “उत्कृष्टता के प्रति समर्पित होने” का फैसला कर लिया है। उन्होंने अपने कार्य क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनने का फैसला कर लिया है। इस निर्णय का परिणाम यह हुआ कि वे औसत लोगों की भीड़ से ऊपर उठ गए। और आमदनी की उस ऊंची श्रेणी में पहुंच गए, जहां वे अपने असमर्पित साथियों से तीन, चार, पांच या दस गुना कमाने लगे।

Rule of 80/20 | 80/20 का नियम।

सेल्स कैरियर में 20% सेल्स पीपुल 80% पैसा कमाते हैं। इसका मतलब यह है कि बचे हुए 80% सेल्स पीपुल सिर्फ 20 प्रतिशत पैसा कमाते हैं। इसलिए 80% के बजाय ऊपर के 20% वाले समूह का हिस्सा बनें और अपने लक्ष्य हासिल करें।

80/20 का नियम कहता है कि आपकी 20 प्रतिशत गतिविधियां 80 प्रतिशत महत्त्वपूर्ण होती हैं। अगर आपके पास 10 कामों की सूची है, तो उनमें से 2 काम बाकी 8 कामों से ज्यादा मूल्यवान होंगे। दस में से दो कामों के संभावित परिणाम बाकी 80% कामों से ज्यादा होंगे।

9. Connect with the right people | सही लोगों से जुड़ें।

जिंदगी और कैरियर के हर पड़ाव पर सही लोगों के साथ सही संबंध बनाने की योग्यता आपकी सफलता और उपलब्धि तय करने में बहुत महत्त्वपूर्ण साबित होगी। इसका इस बात पर भी बहुत असर होगा कि आप अपने लक्ष्य कितनी तेजी से हासिल करते हैं।

“जीवन के बारे में आपका दृष्टिकोण, खुद के बारे में आपका आकलन, अपने मूल्य के बारे में आपका जो भी अनुमान है, उसमें आपका परिवेश काफी हद तक रंग भरता है। आपके आस पास का माहौल आपके पूरे कैरियर को ढालता है, आकार देता है और बदलता है। यह हर दिन आपके संपर्क में आने वाले लोगों के चरित्र को बदल देता है।”

— ओरिसन स्वेट मार्डन

10. Create an action plan | कार्य योजना बनाएं।

Goal planning

कार्य योजना बनाना बहुत ही आवश्यक है। लक्ष्य तय करने और उन्हें पाने की योजना बनाने की आपकी योग्यता सफलता की “प्रमुख योग्यता” है। आप जो चीजें हासिल करने में समर्थ हैं, उन्हें हासिल करने की संभावना को साकार करने में कोई भी दूसरी योग्यता आपकी इतनी ज्यादा मदद नहीं करेगी।

“संपूर्णता (thoroughness) सफल व्यक्तियों का गुण है। प्रतिभा, असीमित दर्द झेलने की कला है… हर महान उपलब्धि बेहद सतर्कता, यहां तक कि हर छोटे विवरण को तय करने के असीम कष्ट द्वारा परिभाषित होती है।”

— अल्बर्ट हबार्ड

Manage your time properly | अपने समय का सही प्रबंधन करें।

वक्त पर नियंत्रण आपकी पूर्ण संभावना और आपके सभी लक्ष्य हासिल करने में बहुत महत्त्वपूर्ण है। मनोवैज्ञानिक आम तौर पर इसी बात से सहमत हैं, कि “नियंत्रण का एहसास” खुशी, आत्मविश्वास, शक्ति और व्यक्तिगत सेहत की भावनाओं की कुंजी है। और यह तभी संभव है, जब आप समय प्रबंधन (time management) की उत्कृष्ट योग्यताओं का अभ्यास करें।

“समय हमारे हाथ से रेत की तरह फिसल जाता है और दुबारा कभी लौटकर नहीं आता। जो लोग समय का इस्तेमाल ईमानदारी से करते हैं, उन्हें समृद्ध, उपयोगी और संतुष्टिदायक जीवन का पुरस्कार मिलता है।”

— रॉबिन शर्मा

11. Continually look at the mental picture of your goal | अपने लक्ष्यों की मानसिक तस्वीर लगातार देखें।

Target | goal

मानसिक तस्वीर देखने से आकर्षण का नियम सक्रिय हो जाता है। यह आपके जीवन में उन लोगों, परिस्थितियों और संसाधनों को आकर्षित कर देता है, जिनकी जरूरत आपको लक्ष्य हासिल करने के लिए होती है। मानसिक तस्वीर देखने की आपकी योग्यता शायद आपकी सबसे प्रबल शक्ति है।

“अपने सपनों और भविष्य – दृष्टि की कद्र करें, क्योंकि वे आपकी आत्मा के शिशु हैं; आपकी चरम उपलब्धियों के ब्लूप्रिंट।”

— नेपोलियन हिल

Mental pictures देखने से अनुरूपता का नियम भी सक्रिय हो जाता है, जो कहता है, “जैसा भीतर, वैसा बाहर।” जब आप भीतर से मानसिक तस्वीरों को बदलते हैं, तो आपका बाहरी संसार आइने की तरह बदलने लगता है।

वेन डायर कहते हैं, “जब आप इस पर यकीन कर लेंगे, तो आप इसे देख लेंगे।” जिम कैथकार्ट कहते हैं, “जो व्यक्ति आप देखते हैं, वही आप बनेंगे।” डेनिस वेटली कहते हैं कि आपकी मानसिक तस्वीरें, “आपके जीवन के आगामी आकर्षणों का प्रिव्यू हैं।” अल्बर्ट आइंस्टाइन ने अनुसार, “कल्पना तथ्यों से ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।” नेपोलियन बोनापार्ट के अनुसार, “कल्पना विश्व पर राज्य करती है।”

“इंसान का दिमाग जो सोच सकता है और यकीन कर सकता है, उसे यह हासिल भी कर सकता है।”

— नेपोलियन हिल

Activate your superconscious mind | अपने अतिचेतन मन को सक्रिय करें।

सच तो यह है कि आपके पास ऐसा कंप्यूटर मौजूद है, जो हर समय आपके लिए उपलब्ध है। इसे “अतिचेतन मस्तिष्क” कहा जाता है। यह इतिहास में खोजी गई सबसे प्रबल शक्ति है और आप जब चाहें, इसका दोहन कर सकते हैं।

“व्यक्तिपरक मस्तिष्क पूरी तरह से वस्तुपरक मस्तिष्क के नियंत्रण में रहता है। व्यक्तिपरक मस्तिष्क इस पर जो भी छाप छोड़ता है, उसे यह पूरी निष्ठा से अंतिम परिणाम तक ले जाता है।”

— थॉमस ट्रोवर्ड

दोस्तो हमारा ये लेख (Goal | Aim | Target | लक्ष्य | उद्देश्य।) आपको कैसा लगा? यदि इसे पढ़कर आपको अपने जीवन में थोड़ा भी बदलाव नजर आए तो मुझे कॉमेंट करके जरुर बताएं। मुझे बहुत खुशी होगी। आप इसे अपने दोस्तों को जरुर शेयर करें।

– 🙏 धन्यवाद 🙏

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